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वाराणसी में बिजलीकर्मियों ने ठप किया कामकाज और निकाला मशाल जुलूस, विभाग को 45 से 50 करोड़ का नुकसान

मांगें नहीं माने जाने पर मंगलवार को बिजली कर्मियों ने कामकाज ठप कर भिखारीपुर स्थित पूर्वांचल-डिस्काम मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन व नारेबाजी की। बिजली कर्मियों के कामकाज ठप रखने की वजह से किसी भी उपकेंद्र पर राजस्व वसूली नहीं हुई।

By santosh kumar tiwariEdited By: Saurabh ChakravartyPublished: Tue, 29 Nov 2022 09:05 PM (IST)Updated: Tue, 29 Nov 2022 09:05 PM (IST)
वाराणसी में बिजलीकर्मियों ने ठप किया कामकाज और निकाला मशाल जुलूस, विभाग को 45 से 50 करोड़ का नुकसान
भिखरीपुरा स्तिथ विधुत उपकेंद्र पर अपनी मांगों को लेकर मशाल जुलूस निकालकर विरोध प्रदर्शन करते बिजली कर्मचारी।

जागरण संवाददाता, वाराणसी : मांगें नहीं माने जाने पर मंगलवार को बिजली कर्मियों ने कामकाज ठप कर भिखारीपुर स्थित पूर्वांचल-डिस्काम मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन व नारेबाजी की। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर जुटे 11 संगठनों से जुड़े बिजली कर्मियों ने दिन भर धरना देने के बाद शाम को लंका स्थित मालवीय प्रतिमा तक मशाल जुलूस निकाल कर अपनी आवाज बुलंद की।

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बिजली कर्मियों के कामकाज ठप रखने की वजह से किसी भी उपकेंद्र पर राजस्व वसूली नहीं हुई। इससे पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के 21 जिलों में 45 से 50 करोड़ की वसूली नहीं हो सकी। माहांत में विभाग की ओर से सर्वाधिक वसूली होती है।

उधर, वाराणसी में कामकाज ठप रखने का असर यह रहा कि 600 घरों की बिजली प्रभावित रही। आदमपुर, बेनियाबाग, सिगरा, अलईपुरा, नक्खी घाट, नगर निगम व कबीरचौरा उपकेंद्र से बिजली आपूर्ति ठप रही। इस बीच जिन घरों की बिजली प्रभावित रही उन लोगों ने शिकायतें विभाग के कंट्रोल रूम व उपकेंद्र पर दर्ज कराई।

लगभग 85 उपकेंद्रों पर आठ-आठ लोगों ने टेलीफोन से और 54 लोगों ने आनलाइन बिजली फाल्ट की शिकायतें दर्ज कराई। नई सड़क में जंपर उड़ने की वजह से 10 दुकानों व करीब 40 घरों की बिजली दोपहर से ही बंद रही। चूंकि उपकेंद्रों पर केवल एसएसओ मौजूद रहे ऐसे में सिर्फ शिकायतें दर्ज की गईं, समस्या दूर नहीं की जा सकी।

फर्म अधिष्ठाता की बात दरकिनार कर धरने में शामिल हुए संविदाकर्मी

बिजली संविदाकर्मियों ने इस धरने में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। जिन फर्मों के जरिए इन संविदा कर्मियों को रखा गया है उन फर्मों की बात भी अनसुना कर दी। बिजली विभाग की ओर से फर्म मालिकों को आदेश दिया गया था कि बिजली व्यवस्था न चरमराए इसके लिए संविदाकर्मियों को काम पर बुलाया जाए लेकिन पत्र मिलने के बाद भी संविदाकर्मियों ने मालिक की बात दरकिनार कर शामिल हुए।

उधर, इस धरने में कुछ बर्खास्त कर्मचारी भी दिखे। डा. आरबी सिंह, चंद्रशेखर चौरसिया, संजय भारती, शशि किरण मौर्या, रमाशंकर पाल, संतोष कुमार, चंद्रशेखर, रामकुमार झा, ओपी सिंह, जीऊत लाल, आशीष कुमार, विजय सिंह, अंकुर पांडेय, राजेंद्र सिंह ने संबोधित किया।

मुख्यालय के आदेश अनुसार निर्णय होगा

पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के एमडी शंभू कुमार का कहना था कि कार्य बहिष्कार की सूचना मुख्यालय को है। जो भी निर्णय ऊर्जा मुख्यालय से होगा उसके अनुसार स्थानीय स्तर पर निर्णय लिया जाएगा। बिजली सप्लाई पर कोई खास असर अभी नहीं है। सप्लाई बाधित न हो इसके लिए विभागीय स्तर से पूरी तैयारी है।


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