चोपन से करैला रोड तक इलेक्ट्रिक ट्रेन का ट्रायल कल, देश के सबसे व्यस्त मालवाहक रूट को होगा लाभ
पूर्व मध्य रेलवे के गढ़वा रोड-सिंगरौली रेलखंड में इलेक्ट्रिक ट्रेन चलाने की प्रक्रिया अंतिम दौर में है। अभी तक गढ़वा से चोपन के बीच इलेक्ट्रिक ट्रेनों का आवागमन शुरू हो चुका है।
सोनभद्र, जेएनएन। पूर्व मध्य रेलवे के गढ़वा रोड-सिंगरौली रेलखंड में इलेक्ट्रिक ट्रेन चलाने की प्रक्रिया अंतिम दौर में है। अभी तक गढ़वा से चोपन के बीच इलेक्ट्रिक ट्रेनों का आवागमन शुरू हो चुका है। अब बचे हुए रूट पर इलेक्ट्रिक ट्रेन चलाने की कवायद तेज कर दी गई है। रविवार को कमिश्नर आफ रेलवे सेफ्टी का इस रूट के बिल्ली रेलवे जंक्शन से करैला रोड के बीच निरीक्षण का कार्यक्रम है। देश के सबसे ज्यादा व्यस्त मालवाहक रूट के तौर पर गढ़वा-ङ्क्षसगरौली रेलखंड पर इलेक्ट्रिक ट्रेनों के संचालन से रेलवे को काफी लाभ होने की संभावना है।
देश में सबसे ज्यादा राजस्व देने वाले मंडलों में दुसरे नंबर के पूर्व मध्य रेलवे के धनबाद मंडल के गढ़वा रोड-चोपन-ङ्क्षसगरौली रेलखंड को 25 केवी क्षमता के चार विद्युत उपकेंद्रों से विद्युत आपूर्ति होगी। ये उपकेंद्र प्रत्येक 50 किलोमीटर पर नगर उटारी, रेणुकूट, ओबरा एवं ङ्क्षसगरौली में बनाया जा रहा है। इनमे ओबरा डैम रेलवे स्टेशन के पास बने 132/25 केवी कर्षण उपकेंद्र से विद्युत आपूर्ति शुरू हो चुकी है।। वर्तमान में चोपन-गढ़वा के बीच चल रहे इलेक्ट्रिक ट्रेन के संचालन में विद्युत आपूर्ति ओबरा कर्षण उपकेन्द्र से ही हो रही है। यहां तक कि चोपन-चुनार रूट पर भी ओबरा से ही आपूर्ति जारी है।
सीआरएस करेंगे विद्युतीकरण का निरीक्षण
रविवार को कमिश्नर आफ रेलवे सेफ्टी(पूर्वी क्षेत्र) बिल्ली से करैला के बीच हुए विद्युतीकरण का जायजा लेंगे। इस दौरान वे भलुआ स्थित लेबल गेट, ओबरा डैम के पास बने कर्षण विघुत उपकेंद्र, 400 केवी ट्रांसमीशन लाइन सहित मगरदहा व करैला रेलवे स्टेशन का निरीक्षण करेंगे। जिसके बाद करैला रोड से चोपन के बीच इलेक्ट्रिक लोको का ट्रायल किया जाएगा। विदित हो कि गढ़वा-सिंगरौली रेलखंड के बीच 257 किलोमीटर के हिस्से में विद्युतीकरण हो रहा है। अक्टूबर 2013 में रूट के हिसाब से 257 किमी लंबे गढ़वा रोड-सिंगरौली रेल मार्ग के विद्युतीकरण कार्य को अनुमति प्रदान की गई। ट्रैक रूट के हिसाब से यह दूरी 347 किमी थी। जनवरी 2014 से रूट के विद्युतीकरण का कार्य प्रारंभ किया गया। वर्ष 2014 से लगभग 250 करोड़ की लागत से शुरू हुए कार्य में गढ़वा रोड से चोपन तक इसी वर्ष इलेक्ट्रिक ट्रेन चलाने में सफलता मिली थी। अभी तक करैला रोड तक विद्युतीकरण का कार्य पूरा हो गया है। इसके अलावा करैला से सिंगरौली और महदहिया तक अगले मार्च तक काम पूरा होने की संभावना है।