Lockdown का असर छुट्यिों पर कैंची चलनी तय, अतिरिक्त कक्षाएं चलाकर कोर्स किया जाएगा पूरा
इस बार छुट्यिों पर कैंची चलनी तय मानी जा रही है। यही नहीं शिक्षकों पर अतिरिक्त कक्षाएं चलाकर कोर्स पूरा करने का भी दबाव पडऩा तय है।
वाराणसी, जेएनएन। लॉकडाउन के असर पठन-पाठन पर भी पढ़ रहा है। हालांकि छात्रों का कम से कम नुकसान हो। इसके मद्देनजर ऑनलाइन पढ़ाई पर बल दिया जा रहा है। वहीं तमाम विद्यार्थी अब भी ऑनलाइन पढ़ाई से है। ऐसे में स्कूल-कालेज खुलने के बाद ही सुचारू रूप से पठन-पाठन शुरू होने की उम्मीद है। वहीं इस बार छुट्यिों पर कैंची चलनी तय मानी जा रही है। यही नहीं शिक्षकों पर अतिरिक्त कक्षाएं चलाकर कोर्स पूरा करने का भी दबाव पडऩा तय है।
शासन लॉकडाउन के बाद अवकाश में कटौती का संकेत अभी से देना शुरू कर दिया है। उपमुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री की अध्यक्षता में गत दिनों लखनऊ में हुई बैठक में लॉकडाउन के चलते शिक्षा पर पड़ रहे प्रतिकूल प्रभाव पर विस्तृत रूप से चर्चा हुई। शिक्षा कमेटी के बैठक में सत्र नियमित बनाए रखने के लिए विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा हुई। मसलन ग्रीष्म व शीतकालीन अवकाश में कटौती करने, लॉकडाउन के बाद कोर्स पूरा करने के लिए अतिरिक्त कक्षाओं के संचालन कराने का भी निर्णय लिया गया। इसके अलावा प्राथमिक से लगायत उच्च शिक्षा स्तर पर ऑनलाइन पढ़ाई पर भी बल दिया गया। बेसिक व माध्यमिक स्तर पर दूरदर्शन, आकाशवाणी, दीक्षा पोर्टल, वाट्स-एप के माध्यम से ऑनलाइन पठन-पाठन शुरू करने का निर्णय लिया गया। इस क्रम में बेसिक, माध्यमिक, उच्च, प्राविधिक व व्यावसायिक शिक्षा का शैक्षिक चैनल की शुरूआत करने की भी बात की गई है।