दिवाली का दिखने लगा असर, बाजार हुए गुलजार, स्वदेशी झालरों से जगमग होंगे घर-आंगन
दो सालों से ठप अर्थ व्यवस्था में अब जाकर जान आई है। इस नवरात्र में करोड़ों की हुई खरीद-बिक्री से व्यापारी काफी उत्साहित हैं। सर्राफा हो या ऑटो मोबाइल सेक्टर यहां तक कि कपड़ा बाजार इसमें सभी तरह के शामिल हैं जमकर लोगों ने खरीदारी की।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। देश में कोरोना महामारी में दो सालों से ठप अर्थ व्यवस्था में अब जाकर जान आई है। इस नवरात्र में करोड़ों की हुई खरीद-बिक्री से व्यापारी काफी उत्साहित हैं। सर्राफा हो या ऑटो मोबाइल सेक्टर यहां तक कि कपड़ा बाजार इसमें सभी तरह के शामिल हैं जमकर लोगों ने खरीदारी की। मुद्रा का चलन बढ़ने से बाजार में रौनक आ गयी है। यह तेजी दिवाली व छठ तक बनी रहने की उम्मीद है। कई सेक्टरों में तो ग्राहकों को शानदार छूट दी जा रही है जिसे ग्राहक भी अधिक पसंद कर रहे हैं।
वाराणसी की बड़ी मंडियों के व्यापारियों ने बताया कि दो सालों के बाद अब बाजार ने रफ्तार पकड़नी शुरू की है। लोगों का आना जाना तेजी से बढ़ा है। हालांकि यातायात के पूरी तरह न खुलने से भी पूर्वांचल समेत बिहार के ग्राहकों की कमी खल रही है। हर साल बड़ी संख्या में यहां के ग्राहक आते रहे हैं। ऑनलाइन खरीदारी मुख्य रूप से इलेक्ट्रॉनिक सामानों में दिख रही है। धनतेरस को लेकर बर्तन बाजार में उछाल आने की उम्मीद है। यही कारण है कि बाजार में विभिन्न प्रकार के आकर्षक बर्तन उपलब्ध हैं। पीतल, तांबा और स्टील के बर्तनों की भरमार है। व्यापारी राकेश जैन बताते हैं कि बर्तन कारोबार नवरात्र में भी ठीक रहा लेकिन अब धनतेरस में काफी अच्छी खरीदारी की उम्मीद है।
बता दें कि इस नवरात्र में सर्राफा कारोबार 700 करोड़ के करीब रहा। जबकि 5000 से अधिक वाहनों की बिक्री हुई। धनतेरस के लिए वाहनों की बुकिंग अब भी जारी है। लोग इस बार ज्यादा स्कूटी को पसंद कर रहे हैं। इलेक्ट्रिक वाहनों को भी ग्राहकों ने अधिक पसंद किया है। दिवाली में घरों को जगमग करने के लिए झालरों की बिक्री तेज हो गयी है। अबकी चीन की बदशाहत नहीं है। स्वदेशी झालरों से इस बार घर आंगन जगमग होंगे।