वरुणा कॉरिडोर पर ई-रिक्शा चलाने की कवायद तेज, विकास प्राधिकरण चार दिसंबर को करेगा टेंडर
शहरवासियों को जाम से निजात दिलाने के लिए वरुणा नदी में वैकल्पिक व्यवस्था के तहत ई-रिक्शा चलाने की कवायद तेज हो गई है।
वाराणसी, जेएनएन। शहरवासियों को जाम से निजात दिलाने के लिए वरुणा नदी में वैकल्पिक व्यवस्था के तहत ई-रिक्शा चलाने की कवायद तेज हो गई है। ई-रिक्शा चलाने के लिए विकास प्राधिकरण चार दिसंबर को टेंडर करने करने जा रहा है। टेंडर फाइनल होते ही कार्यदायी एजेंसी काम शुरू कर देगी। वीडीए काम को समयावधि में और तेजी से कराने को लेकर भी मंथन कर रहा है। ई-रिक्शा कॉरिडोर के लिए तीन स्थानों पर रैंप बनने हैं। रैंप 72 से 84 फीट का होगा।
वरुणा नदी में वीडीए काम पिछले माह ही शुरू करने की तैयारी में था लेकिन वहां पानी रहने के चलते तेजी नहीं दिखा रहा था। अब वरुणा नदी में पानी कम हुआ है तो वीडीए प्रशासन सक्रिय हो गया। वरुणापुल के शास्त्री से खिड़किया घाट तक करीब सात किलोमीटर लंबी इस परियोजना को आकार देने के लिए शास्त्रीघाट, चौकाघाट और पुरानापुल के पास आठ मीटर लंबी सीढ़ी बनेगी। इस सीढ़ी पर चढ़ने के लिए 72 से 84 फीट लंबी रैंप बननी है। इससे पैदल चलने वालों के साथ ई-रिक्शा को चढ़ने और उतरने में कोई दिक्कत नहीं होगी।
बोले अधिकारी : वरुणा कॉरिडोर में ई-रिक्शा चलाने के लिए सर्वे का काम पूरा हो चुका है। निर्माण कार्य में करीब एक करोड़ रुपया खर्च होंगे। इसके लिए चार दिसंबर को टेंडर होना है। यहां फूड कोर्ट, शौचालय समेत अन्य सुविधाएं रहेंगी। -राहुल पांडेय, उपाध्यक्ष वीडीए।