मानसून की द्रोणिका के कारण सुबह हुई बरसात तो उमस से मिली राहत varanasi news
लगातार उमस व कम बरसात के बाद बुधवार की सुबह बनारस में पानी बरसने से लोगों ने राहत की सांस ली।
वाराणसी, जेएनएन। लगातार उमस व कम बरसात के बाद बुधवार के बाद गुरुवार की भोर में भी तेज बरसात हुई। बुधवार की सुबह बनारस में पानी बरसने से लोगों ने राहत की सांस ली इसके बाद दिन भर रूक रूक कर पानी बरसता रहा। गुरुवार भोर में जमकर पानी बरसने से मौसम में काफी नमी हो गई।
बरसात के बाद गुरुवार को सावन और सुहाना हो गया। पूरे दिन आसमान में बादल छाए रहे। इसके कारण सुबह से घाट, पार्क व पर्यटक स्थल गुलजार रहे। कांवरियों व शिवभक्तों की भीड़ बनी हुई है। शहर से लेकर गांव तक बरसात हुई। इससे उमस भरी गर्मी से राहत मिली और खेतों में धान की रोपाई भी तेज रही। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अभी दो-तीन दिनों तक मौसम ऐसे ही बना रहेगा। वहीं 27 जुलाई तक आसमान में बादल छाए रखने की भी उम्मीद जताई जा रही है।
बंगाल की खाड़ी से मानसून की द्रोणिका गुजरने से पूर्वांचल के कई हिस्सों में खूब तेज बारिश हो रही है। वहीं काशी में मंगलवार की रात को भी हल्की बारिश हुई। इसके बाद बुधवार को दिन में सुबह से ही बादलों का डेरा रहा। नौ बजे के बाद बारिश शुरू हो गई। करीब 11 बजे तक कुछ इलाकों में बारिश होती रही। इसके बाद रूक गई। हालांकि शाम को करीब पांच बजे फिर से दिन में ही काले बादल के कारण अंधेरा छा गया।
मानसून की द्रोणिका झमाझम बारिश हुई। इसके कारण लोगों को गर्मी से राहत भी मिली थी। प्रसिद्ध मौसम विज्ञानी प्रो. एसएन पांडेय ने बताया कि सावन रिमझिम बारिश के लिए ही जाना जाता है। हां, कही-कही तेज बारिश भी हो रही है। उन्होंने बताया कि मानसून की द्रोणिका पास होने से बारिश की संभावना अभी भी बनी हुई है।
गंगा का जल स्तर स्थिर, अब बढऩे के संकेत
लगातार कई दिनों से घट रहा गंगा का जल स्तर मंगलवार को स्थित हो गया। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार 60. 35 मीटर पर यहां का जल स्तर दर्ज किया गया। ऐसे में जल स्तर बढऩे की उम्मीद भी जताई जा रही है।
जौनपुर के जलालपुर लालपुर गांव के पास बुधवार को थाना गद्दी सड़क पर बारिश की वजह से अचानक पेड़ और खम्भा सहित हाईटेंशन विद्युत तार बीच सड़क पर गिर गया। इससे वहां अफरातफरी मच गई। सड़क मार्ग से उस समय गुजर रहे कई राहगीर बाल-बाल बच गये। अफरा-तफरी के माहौल में सड़क के दोनों तरफ के वाहनों के पहिये थम गए। ग्रामीणों ने घटना की सूचना तुरंत बिजली विभाग को दी। सूचना पाकर बिजली विभाग ने तुरंत पावर सप्लाई को बंद कर दिया। बताते चलें कि जिस समय यह घटना घटी उस समय बिजली चालू थी। ग्रामीणों की सुझ-बूझ से बड़ीघटना होने से टल गया।