डीजल के रेट में बेतहाशा वृद्धि से माल भाड़ा 15 प्रतिशत बढ़ाना होगा, ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन की कवायद
डीजल के रेट बढ़ने से वाराणसी ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने यह मांग किया है की जुलाई से माल भाड़ा 15 प्रतिशत बढ़ाना अत्यंत आवश्यक हो गया है।
वाराणसी, जेएनएन। डीजल के बेतहाशा रेट वृद्धि के विरोध में वाराणसी ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के कार्यकारी सदस्यों की एक आपात बैठक वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हुई। बेतहाशा रेट वृद्धि के विरोध में विचार-विमर्श किया गया। सरकार अच्छी तरह जानती है की यदि परिवहन व्यवसाय घुटने टेक देगा उस समय देश की अर्थव्यवस्था का क्या हाल होगा। एसोसिएशन ने यह मांग किया है की जुलाई से माल की बुकिंग का भाड़ा 15 प्रतिशत बढ़ाना अत्यंत आवश्यक हो गया है अन्यथा ट्रांसपोर्ट कंपनियां के गोदाम में ताले लग जाएंगे।
वाराणसी ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष जयप्रकाश तिवारी ने कहा कि कोराना संक्रमण के वक्त भी ट्रांसपोर्ट एवं ट्रक वाले अपनी जान हथेली पर रखकर पूरे देश में आवश्यक सामग्री तथा फल अनाज सब्जी इत्यादि की आपूर्ति समय-समय पर करते रहे। जिससे कोरोना के आपातकालीन समय में भी देश में आवश्यक वस्तुओं का संकट उत्पन्न नहीं हुआ। ऐसे समय में सरकार द्वारा डीजल के रेट में ₹10 लीटर से ज्यादा रेट की वृद्धि कर देने से अब दो ही विकल्प रह गया है या तो अपनी गाड़ियों के चक्के जाम कर दें या ट्रक के भाड़े में 15 से 20 प्रतिशत की वृद्धि किया जाए। जिसका सीधा प्रभाव आम जनता की जेब पर पड़ेगा। इस मंदी के दौर में आवश्यक वस्तु के दाम अत्यंत तेजी से ऊपर जाएगा और महंगाई में बेतहाशा वृद्धि होगी। इसकी पूरी जिम्मेदारी भारत सरकार की होगी जबकि व्यापार, नौकरी, पेशा सभी में आमदनी कम हो रही है। ऐसी स्थिति में डीजल का रेट बढ़ाना दुर्भाग्यपूर्ण है।
एक महीना पहले जो गाड़ियां दिल्ली से 40 से 45 हजार में हाथी थी वह 55000 में आ रही है कोलकाता से 35000 भाड़ा था जो आज 45000 में आ रही है। अहमदाबाद से 75000 में गाड़ी आती थी अब 90000 में आ रही है। मुंबई से 90000 में गाड़ी आ रही थी अब 120000 में आ रही है। बैंगलोर से एक लाख में गाड़ी आती थी अब 120000 में आ रही है। ऐसी स्थिति में एसोसिएशन ने यह मांग किया है की जुलाई से माल की बुकिंग का भाड़ा 15 प्रतिशत बढ़ाना अत्यंत आवश्यक हो गया है अन्यथा ट्रांसपोर्ट कंपनियां के गोदाम में ताले लग जाएंगे। सरकार से एसोसिएशन यह मांग कर रही है की जनहित में तत्काल प्रभाव से डीजल का रेट कम किया जाए जिससे ट्रांसपोर्ट देश की सेवा में पूर्व की भांति लगे रहे।