कृपाशंकर सिंह के प्रयास से मजदूरों में जगी आस, मुंबई में फंसे लोगों को ट्रेनों से पहुंचाया जा रहा घर
श्रमिकों की समस्याओं के लिए महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री व जनपद के निवासी कृपाशंकर सिंह का प्रयास रंग लाया और उन्हें ट्रेनों से सुरक्षित घर भेजा जा रहा है।
जौनपुर, जेएनएन। वैश्विक महामारी कोरोना ने श्रमिकों की कमर तोड़ दी है। लॉकडाउन के चलते आर्थिक राजधानी मुंबई में फंसे श्रमिक भुखमरी की कगार पर पहुंच चुके हैं। धनाभाव से उन्हें तमाम झंझावातों से जूझना पड़ रहा है। इन श्रमिकों की समस्याओं के लिए महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री व जनपद के निवासी कृपाशंकर सिंह का प्रयास रंग लाया और उन्हें ट्रेनों से सुरक्षित घर भेजा जा रहा है।
रविवार को दो ट्रेनें जौनपुर से लिए रवाना हुईं। मजदूरों की समस्याओं को लेकर उन्होंने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से न सिर्फ व्यक्तिगत मुलाकात कर मजदूरों की समस्याओं से उन्हें अवगत कराया, अपितु पत्राचार द्वारा भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लगातार संपर्क बनाए रखा। श्रमिक विशेष ट्रेनों के समायोजन को लेकर वह उत्तर प्रदेश के गृह सचिव अवनीश अवस्थी से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं। उनके प्रयास का नतीजा दिखने लगा है।
मजदूरों के लिए श्रमिक विशेष ट्रेनें शुरू हो चुकी हैं। आने वाले दिनों में इन ट्रेनों की तादाद और बढऩे वाली है। रविवार को जौनपुर के लिए दो ट्रेनें रवाना हुई। सोमवार को प्रतापगढ़ के लिए दो ट्रेनें रवाना हो रही है। कुल मिलाकर प्रवासी मजदूरों तथा आम गरीब लोगों के लिए रेलवे मंत्रालय का एक सकारात्मक कदम शुरू हो चुका है। कृपाशंकर सिंह के अनुसार मजदूरों को सिर्फ उनके घर तक पहुंचाना उनका मकसद नहीं है। उनका मकसद गांव तक जाने वाले मजदूरों को जीवनयापन का सहारा भी दिलवाना है। इस दिशा में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल का स्वागत करते हुए कृपाशंकर सिंह ने कहा कि मजदूरों को उनके गृह राज्य में ही समायोजित करना सर्वोत्तम कदम है।