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    पूर्वांचल में सूखे जैसे हालात बन रहे हैं, किसान करा लें छह फसलों के लिए बीमा, मिलेगी आर्थिक राहत

    By Abhishek SharmaEdited By:
    Updated: Sat, 23 Jul 2022 11:45 AM (IST)

    पूर्वांचल में सूखे जैसे हालात इन दिनों बन रहे हैं। बारिश होने और न होने के बीच कम हो रही बारिश लोगों के लिए चिंता का माहौल पैदा कर रही है। बीमा कंपनी किसानों से छह फसलों के लिए बीमा का आफर दे रही है।

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    बारिश कम होने के बाद से ही फसलों की चिंता शुरू हो गई है।

    वाराणसी, जागरण संवाददाता।  मौसम विभाग के अनुमानों के विपरीत बारिश न होने की वजह से खेतों में सूखे की स्थिति है। इसकी वजह से खेतों की हालत किसानों के लिए चिंता का माहौल पैदा कर रही है। मौजूदा समय में बारिश की कमी को देखते हुए किसान शीघ्रता से अपनी फसल का बीमा करा लें तो इससे प्राकृतिक कारणों से होने वाली क्षति की भरपाई हो सकेगी। कृषि विभाग ने भी फसल बीमा को लेकर किसानों से अपील की है।

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    उप कृषि निदेशक एके सिंह ने कहा है कि जब परिस्थितियां विपरीत होती हैं तो अपनी फसल का बीमा करा लें। जनपद के लिए धान, उर्द, मूंग, बाजरा, ज्‍वार और अरहर आदि अधिसूचित फसलें हैं। इन फसलों को लेकर किसान अगर समय रहते चिंता कर लें तो उनको आर्थिक नुकसान से राहत मिल सकती है। 

    अधिसूचित फसलों की बीमा कराने के लिए जन सेवा केंद्र पर उपस्थित होकर आधार, बैंक पासबुक, मोबाइल संख्या एवं बोई जाने वाली फसल का बीमा दो फीसद प्रीमियम की दर से कृषक अंश जमा कर करा सकते हैं। किसान क्रेडिट कार्ड धारक किसान बैंक से समंवय बना कर 31 जुलाई 2022 तक अपने फसल का बीमा करा लें। किसान भाई अपनी फसल का समय से बीमा कराकर मौसम के विपरीत प्रभाव से फसल क्षति की प्रति पूर्ति प्राप्त कर सकते हैं। जीवन को खुशहाल बनाये रखने में फसल बीमा को काफी सहयोगी माना जाता रहा है।

    दूसरी ओर कृषि विभाग ने किसानों से अपील की है कि 20 और 21 जुलाई 2022 को हुई बरसात का लाभ उठाते हुए तैयार नर्सरी की रोपाई अपने- अपने खेत में हल्‍की सिंचाई कर पूरी कर लेंं। यदि नर्सरी तैयार न हो तो धान की सीधी बुवाई भी की जा सकती है। दरअसल, 2021 में 5000 किसानों ने फसल बीमा कराया था। इस बार भी धान की रोपाई लक्ष्य के सापेक्ष महज 30 फीसद तक ही हो सकी है। जबकि, इस समय तक 80 फीसद से अधिक खेतों में रोपाई हो जानी चाहिए थी।