दुनिया की पहली इलेक्ट्रिक कार के निर्माता व बीएचयू के पूर्व छात्र डा. सुदर्शन मैनी का निधन
बीएचयू के डिस्टिंग्विश अलुमुनाई सम्मान से सम्मानित व दुनिया में पहली इको फ्रेंडली इलेक्ट्रिक कार का आविष्कारक डा. सुदर्शन मैनी का बंगलुरु स्थित निवास पर निधन हो गया। वह 88 वर्ष के थे और काफी दिनों से बीमार चल रहे थे।
वाराणसी, जेएनएन। बीएचयू के डिस्टिंग्विश अलुमुनाई सम्मान से सम्मानित व दुनिया में पहली इको फ्रेंडली इलेक्ट्रिक कार का आविष्कारक डा. सुदर्शन मैनी का बंगलुरु स्थित निवास पर निधन हो गया। वह 88 वर्ष के थे और काफी दिनों से बीमार चल रहे थे। उन्होंने इलेक्ट्रिक कार का नाम अपनी पत्नी रेवा के नाम पर रखा था। डा. मैनी की कंपनी ने ही मालवीय ट्रस्ट का गठन किया था और महामना की 150वीं जयंती पर एक प्रकाशित किताब का विमोचन वर्ष 2011 में एक भव्य कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने किया था।
बीस लाख रुपये खर्चकर यह किताब प्रकाशित कराई थी। उनके निधन पर दुख व्यक्त करते हुए पुस्तक के सह लेखक डा. विश्वनाथ पांडेय ने बताया कि 1952 में आइआइटी-बीएचयू से इंजीनियरिंग करने के बाद डा. मैनी जर्मनी निकल गए। फिर कोलकाता आकर नौकरी किया और 1973 में नौकरी छोड़कर बंगलुरु में मैनी ग्रुप फाउंडेशन की स्थापना की। डा. मैनी को वर्ष 2007 में बीएचयू की ओर से डिस्टिंग्विश अलुमुनाई का सम्मान मिला। उनके पारिवारिक सदस्यों ने बताया कि लंबे समय से बीमार मैनी का 87 वर्ष की आयु में 26 दिसंबर को बेंगलुरु में उनके निवास पर निधन हो गया। उनके परिवार में पत्नी रेवा तथा तीन पुत्र- चेतन, गौतम और संदीप हैं। पंजाब के रहने वाले मैनी ने 1973 में मैनी ग्रुप की स्थापना की थी। उनके नेतृत्व वाले ग्रुप की छह कंपनियों में 14 स्थानों पर 1,500 से ज्यादा कर्मचारी हैं।