Move to Jagran APP

BHU में डा. फ‍िरोज खान ने कला संकाय के संस्कृत विभाग में किया ज्वाइन, कल परीक्षा में देंगे ड्यूटी

विश्‍वविद्यालय से जुड़े सूत्रों के अनुसार डा. फ‍िरोज खान ने संस्‍कृत धर्म विज्ञान संकाय से इस्‍तीफा दे दिया है अब वो संस्‍कृत विभाग में अपनी सेवाएं देंगे।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Tue, 10 Dec 2019 09:55 AM (IST)Updated: Tue, 10 Dec 2019 05:46 PM (IST)
BHU में डा. फ‍िरोज खान ने कला संकाय के संस्कृत विभाग में किया ज्वाइन, कल परीक्षा में देंगे ड्यूटी
BHU में डा. फ‍िरोज खान ने कला संकाय के संस्कृत विभाग में किया ज्वाइन, कल परीक्षा में देंगे ड्यूटी

वाराणसी, जेएनएन। बीएचयू में डा. फ‍िरोज खान ने संस्‍कृत धर्म विज्ञान संकाय से इस्‍तीफा दे दिया है अब वो संस्‍कृत विभाग में अपनी सेवाएं देंगे। दरअसल डा. फ‍िरोज खान का चयन आयुर्वेद और संस्‍कृत विभाग में भी हो गया था। इस वजह से माह भर से चल रहे धर्म विज्ञान संकाय में उनके पढाने को लेकर संशय लगभग दूर हो गया है। जागरण ने एक दिन पूर्व ही उनके किसी अन्‍य विभाग से जुड़ने की संभावना जाहिर कर दी थी। हालांकि विवि की ओर से इस बाबत स्थिति स्‍पष्‍ट न किए जाने से विभाग के छात्रों के बीच मंगलवार की सुबह तक संशय बना रहा, इस वजह से मंगलवार को भी छात्राें द्वारा कक्षाओं का बहिष्‍कार पूर्व की तरह ही जारी था। 

loksabha election banner

वहीं बीएचयू कार्यकारिणी परिषद की बैठक के बाद उम्मीद थी कि सोमवार को डा. फिरोज खान को नियुक्ति पत्र दे दिया जाएगा। वह अपनी पसंद और सुविधा के हिसाब से विभाग चुन कर पिछले एक माह से चल रहे विवाद का पटाक्षेप भी कर देंगे। मगर नियुक्ति पत्र जारी न होने की वजह से अब भी प्रकरण में संशय की स्थिति बरकरार रही। बीएचयू में धर्म विज्ञान संकाय में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर तैनाती के बाद से ही विरोध झेल रहे डा. फिरोज ने अद्वितीय मेधा से करारा जवाब दिया है। ईसी ने जब लिफाफे खोले तो पाया कि उनका चयन आयुर्वेद संकाय सहित कला संकाय के संस्कृत विभाग में भी हुआ है। इतना ही नहीं ईसी ने एसवीडीवी में हुई उनकी नियुक्ति को भी सही ठहराया। उनकी नियुक्ति पर स्पष्ट तौर पर कहा गया कि ऐसा कोई नियम नहीं है कि मुस्लिम शिक्षक धर्म विज्ञान नहीं पढ़ा सकते हैं। साथ ही कहा कि विवि को यह जरूर देखना चाहिए कि विकल्प होने पर बीच के रास्ते पर जरूर विचार हो।

इसके बाद से ही उम्मीद जताई जा रही थी कि नौ दिसंबर को उन्हें नियुक्ति पत्र मिल जाएगा और वह तीनों विकल्प में से अपनी पसंद के स्थान को चुन सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक डा. फिरोज आयुर्वेद संकाय में जाना नहीं चाहते थे। ऐसे में उनके पास विचार करने के लिए सिर्फ दो ही विकल्प बचे थे, जिसमें पहला एसवीडीवी, जहां छात्र उनके विरोध में एक माह से आंदोलित हैं। दूसरा बीएचयू में ही कला संकाय का संस्कृत विभाग जहां उनके चयन की जानकारी विवि सूत्रों ने सोमवार की देर रात मान ली। 

परीक्षा ड्यूटी करेंगे डॉ. फिरोज, आज विभाग में हस्ताक्षर किए

मंगलवार को अखिरकार माह भी पुराने मामले का पटाक्षेप हो गया। डॉ. फिरोज खान ने सोमवार की रात को कला संकाय, बीएचयू के संस्कृत विभाग में ज्वाइन कर लिया। इसके बाद मंगलवार को विभाग में पहुंच कर रजिस्टर पर उन्‍होंने हस्ताक्षर भी किया है। विभागीय सूत्रों के अनुसार डॉक्टर फिरोज बुधवार से बीएचयू में परीक्षा की ड्यूटी भी करेंगे, इसकी जिम्मेदारी मंगलवार को जॉइन करने के बाद ही उनको विभाग की ओर से दे दी गई है।

संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय की परीक्षा स्थगित

बीएचयू स्थित संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय में दस दिसंबर से होने वाली परीक्षा अग्रिम सूचना तक स्थगित कर दी गई है। वहीं फिरोज खान नियुक्ति प्रकरण को लेकर छात्रों का सोमवार को नौवें दिन भी धरना जारी रहा। छात्रों ने बताया कि अगर ईसी कमेटी की बैठक हो चुकी है और नियुक्ति वाला लिफाफा खुल चुका है, उसके बावजूद विश्वविद्यालय प्रशासन इस मुद्दे पर अब तक कोई फैसला नहीं ले सका है। छात्रों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर जल्द स्थिति स्पष्ट नहीं हुई तो अब हम लोग आमरण अनशन पर बैठेंगे। वहीं धरनारत छात्रों से प्रॉक्टोरियल बोर्ड ने बातचीत कर बताया कि नियुक्ति का फैसला अब डा. फिरोज खान को ही लेना होगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.