करियर को लेकर न हों परेशान क्योंकि छात्रों के सामने हैं 2500 से अधिक करियर ऑप्शन
प्रतिस्पर्धा के इस युग में डाक्टर इंजीनियर के साथ ही अन्य क्षेत्रों में सफलता हासिल करने की होड़ मची है। ऐसे में कई बार परिजनों की अपेक्षाएं छात्र के लिए दबाव बन जाते हैं।
वाराणसी, जेएनएन। लगभग सभी बोर्ड के बारहवीं के परिणाम आ चुके हैं। वहीं विश्वविद्यालयों में दाखिले की जंग भी शुरू हो चुकी है। प्रतिस्पर्धा के इस युग में डाक्टर, इंजीनियर के साथ ही अन्य क्षेत्रों में सफलता हासिल करने की होड़ मची है। ऐसे में कई बार परिजनों की अपेक्षाएं छात्र के लिए दबाव बन जाते हैं। बारहवीं की परीक्षा के बाद अमूमन छात्र-छात्राओं की यही चिंता रहती है कि अच्छे भविष्य के लिए आगे वो क्या पढ़ें। आइये आपकी समस्या का समाधान बताएंगे विशेषज्ञ।
करियर काउंसलर, मेंटर व ट्रेनर अनुपम रघुवंशी बताया कि प्लेसमेंट के दौरान छात्र की प्रतिभा, योग्यता व उसका कौशल मायने रखता है। प्रतिभा छात्र के भीतर प्रमाणिक तौर पर होती है जबकि योग्यता शैक्षिक होती है। वहीं अपने भीतर के कौशल की पहचान छात्र को स्वयं करनी होगी, साथ ही उसे दुनिया के सामने भी खुद ही लाने के रास्ते तलाशने होंगे। दुनिया में 2500 से अधिक करियर ऑप्शन हैं। अंतिम करियर ऑप्शन में बिलिनेयर हैं। इसलिए कभी यह न सोचें कि दुनिया एक या दो करियर ऑप्शन तक ही सीमित है।
दसवीं के स्तर पर हो सब्जेक्ट असेसमेंट
दसवीं के स्तर पर ही छात्रों के सब्जेक्ट असेसमेंट होने चाहिए। साथ ही स्ट्रीम सेलेक्शन के लिए काउंसलिंग भी होनी चाहिए, जिसका मूल आधार विद्यार्थी का आईक्यू (इंटेलिजेंस कोशेंट), ईक्यू (इमोशनल कोशेंट) व उसकी सीखने की क्षमता हों। इसी के साथ अगले पांच-छह साल के लिए विकल्प रखते हुए करियर प्लान भी कर लें।
मेडिकल व इंजीनियरिंग के अलावा भी हैं विकल्प
संचार क्रांति के दौर में भी सूचनाओं का सही से ग्रहण न किया जाना भी बड़ी विडंबना है। अधिकांश अभिभावकों को यही लगता है कि मेडिकल व इंजीनियरिंग की सफलता की गारंटी हैं। जबकि इन दोनों के अलावा अन्य विषयों में भी असीम संभावनाएं व्याप्त हैं।
- लॉ
- मैनेजमेंट
- होटल मैनेजमेंट
- पत्रकारिता एवं जन संचार
- डिजाइनिंग
(नोट-सभी स्ट्रीम के छात्र अप्लाई कर सकते हैं।)
बारहवीं के बाद अन्य महत्वपूर्ण प्रतियोगी परीक्षाएं
- आइसीएआर
- सीएलआरटी
- सीईपीटी-अहमदाबाद
- एफडीडीआई-नोएडा
- एनआइएफटी
- एनआइडी
- डीआइएसएस
- टीआइएसएस
- एमईआरवाई
विदेशों में भी स्कॉलरशिप के साथ पढ़ाई के मौके
- एसएटी
- आइईएलटीएस
- टीओईएफएल
आदि जैसी विभिन्न परीक्षाएं देकर स्कॉलरशिप के साथ विदेश में पढ़ाई की जा सकती है।
भविष्य में बेहतर करियर ऑप्शन वाले विषय
- लिबरल आर्ट
- टेक्नोलॉजी (रोबोटिक्स, एआइ, एआर, आइओटी, बिग डेटा)
- इंटर डिसिप्लिनरी साइंस सब्जेक्ट्स
- स्टेटिस्टिक्स
- एग्रीकल्चर
- एनालिटिक्स (बिजनेस)
छात्रों के लिए उपयोगी सलाह
- एक दिन में सिर्फ एक ही सब्जेक्ट को न पढ़ें।
- कम से कम दो-तीन विषय पढ़ें, जिनकी विशेषताएं अलग-अलग हों।
- पढऩे के लिए अपने एकाग्रता की सीमा को जानें।
- एक बार में दो-तीन घंटे बैठकर पढऩे की बजाय 30 से 40 मिनट पूरी एकाग्रता के साथ पढ़े।
- बारहवीं तक छात्रों को व्यक्तिगत स्तर पर मोबाइल न दें।
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