Facebook पर अफवाह फैलाने पर डीएम ने थमाई नोटिस, 13 तक स्पष्टीकरण नहीं देने पर दर्ज होगा मुकदमा
फेसबुक पर अफवाह फैलाने पर डीएम ने थमाई नोटिस 13 तक स्पष्टीकरण नहीं देने पर दर्ज मुकदमा होगा।
वाराणसी, जेएनएन। सोशल मीडिया पर कोरोना को लेकर कई तरह की भ्रामक खबरें चल रही। अफवाहों का बाजार दिन भर गरम होता है। सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ वाराणसी जिला प्रशासन अब सख्त हो गया।
फेसबुक पर अफवाह फैलाने के मामले को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने अवनीश राय को महामारी अधिनियम के अधीन शक्तियों का प्रयोग करते हुए सोशल मीडिया पर कोविड- 19 के संबंध में अफवाह फैलाए जाने के अपराध में धारा-188 के अधीन दंडित किये जाने के लिए नोटिस जारी की है। नोटिस में अवनीश राय को 13 मई को अपर जिला मजिस्ट्रेट (नगर) के न्यायालय में व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने को कहा गया है। अवनीश राय पर सोशल मीडिया पर कोविड-19 के संबंध में झूठी अफवाह फैलाने, मेडिकल कार्य का राजनीतिकरण किए जाने, वाराणसी के स्वास्थ्य विभाग, बीएचयू के माइक्रोबायोलॉजी विभाग की टेस्टिंग लैब की, राज्य सरकार की व बीएचयू की छवि खराब किये जाने व इनसे जुड़े हुए मेडिकलकर्मियों के सम्मान को ठेस पहुंचाने, जनसामान्य की भावनाएं भड़काने का आरोप है। फेसबुक यूजर्स से डीएम की तरफ से स्पष्टीकरण मांगा गया है कि क्यों न इस कृत्य पर उनके विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करते हुए मुकदमा दर्ज कराया जाये। निर्धारित अवधि तक नोटिस का जवाब नहीं देने पर एकपक्षीय कार्रवाई की जाएगी।
ये किया था पोस्ट
अवनीश राय ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा था 'ओनली वे टू स्टाप कोरोना इज टू स्टाप टेस्टिंग... गुड जॉब बनारस। अवनीश के इस पोस्ट को लेकर कुछ लोगों ने जिला प्रशासन से शिकायत की। स्वास्थ्य विभाग ने भी आपत्ति जताई कि उनकी मेहनत को ऐसे पोस्ट व्यर्थ कर रहे। स्वास्थ्यकर्मियों के मनोबल पर घातक असर पड़ा है। अवनीश राय के इस फेसबुक पोस्ट पर उसके फालोअर्स ने भी अनुचित टिप्पणियां की। उक्त तथ्यों का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने स्पष्ट किया कि सोशल मीडिया का दुरूपयोग कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सोशल मीडिया के माध्यम से झूठी अफवाह फैलाने वालों के विरूद्ध आगे भी सख्त कार्यवाही की जायेगी।