निगमीकरण के विरोध में डीरेकार्मियों ने चौथे दिन भी किया धरना-प्रदर्शन Varanasi news
रेल मंत्रालय 100 दिनों में डीरेका समेत सभी सातों उत्पादन इकाइयों एवं रेलवे का समस्त कारखानों के निगमित करने का तुगलकी आदेश निर्गत किया है।
वाराणसी, जेएनएन। डीरेका के कर्मचारियों ने बुधवार को चौथे दिन निगमीकरण के विरोध में धरना-प्रदर्शन किया। रेल मंत्रालय 100 दिनों में डीरेका समेत सभी सातों उत्पादन इकाइयों एवं रेलवे का समस्त कारखानों के निगमित करने का तुगलकी आदेश निर्गत किया है। उसके विरोध में डीरेका कर्मियों ने कारखाने के पूर्वी द्वार से विशाल जुलूस निकाला। कारखाने का सायरन बजते ही हजारों की संख्या में कर्मी पूर्वी गेट पर एकत्रित हुए जिसमें बड़ी तादाद में महिलाएं भी मौजूद रहीं। महिलाएं हाथों में काला झडा एवं निगमीकरण के विरोध का संदेश देने वाली तख्तिया लेकर आवाज बुलंद कर रहीं थीं।
मेंस काग्रेस आफ डीएलडब्लू के महामंत्री राजेश कुमार ने कहा कि देश का चौकीदार अब पूजीवादियों की चौकीदारी करने लगा है। यूनियन किसी भी कीमत तुगलकी फरमान को बर्दाश्त नहीं करेगी। हिंद मजदूर सभा के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के जनरल सेक्रेटरी डॉ. प्रदीप शर्मा ने कहा कि यह पूर्ण रूप से पूंजीवादी समर्थित सरकार है, जो कर्मचारियों के हित में काम नहीं कर सकती। डीएलडब्लू मेंस यूनियन के अमित यादव ने कहा कि सरकार तानाशाही रवैया अपनाए है। कर्मचारी परिषद के सदस्य विनोद सिंह, प्रदीप यादव, आलोक वर्मा,कृष्ण मोहन तिवारी, राजेंद्र पाल, विजय सिंह, अजय कुमार, अविनाश पाठक, अखिलेश राय, शशाक मिश्रा, राधा बल्लभ त्रिपाठी, रवि सिंह, नरेंद्र भंडारी व अरविंद प्रधान मौजूद रहे।
अपनी शिकायतों पर खुद लगायेंगे जुर्माना : अब रेल यात्रियों को शिकायत के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा। वह खुद ही रेलवे परिसर में ओवर चार्जेस और दुर्व्यवहार जैसी समस्याओं का निस्तारण कर सकेंगे। इतना ही नहीं उन्हें संबधित वेंडर और कर्मचारी के खिलाफ जुर्माना लगाने का भी अधिकार दिया जाएगा। इस कल्पना को साकार करने के लिए कैंट स्टेशन के नाम से एक वेबसाइट बनाने की कवायद चल रही है। इसके माध्यम से यात्री अपनी समस्याओं को बखूबी तरीके से उच्चाधिकारियों के समक्ष रख सकेंगे। जुर्माने का निर्धारण भुक्तभोगी के सुझाव से ही तय होगा।
एक वेबसाइट पर सारी जानकारी : कैंट स्टेशन के वेबसाइट पर सारी जानकारी यात्रियों को उपलब्ध करायी जाएगी। यहां से गुजरने वाली ट्रेनों की संख्या, मौजूदा सुविधाएं और शिकायत के तरीकों की जानकारी भी दी जाएगी। भविष्य में इस वेबसाइट को एनटीईएस से भी लिंक किया जाएगा। मिलेगा गुड फीडबैक इस तरह की नई पहल से यात्रियों का अच्छा फीडबैक मिलेगा। लोगो में अपनी छवि सुधारने के लिए रेलवे प्रशासन की तरफ से यह कवायद चल रही है। सफर के दौरान अक्सर ट्विटर और सोशल मीडिया के जरिये यात्री अपनी शिकायतों को साझा कर सकेंगे।
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