DLW का बदला नाम तो कर्मचारियों का बढ़ा काम, BLW होने पर कागजात में कराना होगा परिवर्तन
डीजल रेल इंजन कारखाना याली डीएलडब्ल्यू का नाम बदलकर बनारस रेलइंजन कारखाना यानी बीएलडब्ल्यू हो गया है। ऐसे में अब लोगों को बीएलडब्ल्यू नाम याद करना और बोलना होगा। वर्कशॉप में बनारस का नाम जुडऩे से लोगों में जहां खुशी है तो उनको परेशानी का एहसास भी होने लगा है।
वाराणसी, जेएनएन। डीजल रेल इंजन कारखाना यानी डीएलडब्ल्यू का नाम बदलकर बनारस रेलइंजन कारखाना यानी बीएलडब्ल्यू हो गया है। ऐसे में अब लोगों को बीएलडब्ल्यू नाम याद करना और बोलना होगा। वर्कशाप में नौकरी करने वाले और परिसर स्थित कालोनी में रहने वाले कर्मचारियों को बैंक में खुले अकाउंट, पासपोर्ट, बच्चों के बर्थ सर्टिफिकेट, मोबाइल व टेलीफोन के बिल, आधार कार्ड, वोटर कार्ड, पैन कार्ड के अलावा अन्य जरूरी कागजात पर दर्ज पते में बदलाव करवाना होगा।
वर्कशॉप में बनारस का नाम जुडऩे से लोगों में जहां खुशी है तो उनको परेशानी का एहसास भी
वर्कशॉप में बनारस का नाम जुडऩे से लोगों में जहां खुशी है तो उनको परेशानी का एहसास भी होने लगा है। जब एक विभाग में छोटे से काम के लिए कई बार चक्कर काटना पड़ता है, जब कई कागजात में संशोधन कराने के विभिन्न विभागों का चक्कर काटना होगा तो क्या हाल होगा। वर्कशाप का नाम चेंज होने की खुशी तो है पर हमारी परेशानी अब बढ़ जाएगी। नाम चेंज होने के फाइनल नोटिफिकेशन के बाद कई डिपार्टमेंट का चक्कर काटना होगा।
- रजनी, डीएलडब्ल्यू रेलवे कालोनी
सुनने में तो बढ़ा अच्छा लग रहा है कि डीएलडब्ल्यू में अब बनारस जुड़ गया है। लेकिन यहां रहने वालों को इससे जूझना भी पड़ेगा। जब तक कागजात संशोधित नहीं होगा तब तक दौड़ भाग करनी होगी।
- कुसुम कला, डीएलडब्ल्यू रेलवे कालोनी
नाम चेंज होने के बाद सबसे ज्यादा दिक्कत आधार व वोटर कार्ड में पता बदलवाने को लेकर होगी। इसके लिए कई दिन तक कार्यालय का चक्कर लगाना होगा।
- मृत्युंजय सिंह, डीएलडब्ल्यू रेलवे कॉलोनी
अच्छा हो कि रेल मंत्रालय यहां कार्य करने वाले कर्मचारियों व परिसर में परिवार संग रहने वाले कर्मियों के सभी कागजात का पता बदलवाने का भी इंतजाम करे।
- रंगबहादूर, डीएलडब्ल्यू रेलवे कालोनी