इस कदर ढाया सितम और कर दिया बेदम फिर खत से भेजा तीन तलाक का गहरा जख्म
मऊ में दहेज के लिए शौहर ने बीवी को पीटकर पहले दिव्यांग किया और बाद में खत भेजकर तीन तलाक दे दिया, अब पीडिता अपने इंसाफ के लिए दर- दर भटकने को विवश है।
मऊ (जेएनएन) । दहेज के लिए पहले तो महिला को पीट-पीटकर विकलांग बना दिया, फिर दो बेटियों के जन्म के बाद उसे घर से बाहर निकाल दिया। शौहर ने मुकदमा न्यायालय में विचाराधीन होने के दौरान ही डेढ़ माह पहले एक कागज पर तलाक-तलाक-तलाक लिखकर नोटिस भेज दिया। एक बार में तीन तलाक दिव्यांग पीड़िता और उसके गरीब परिजन अवाक हो गए हैं। पति के साथ बीस वर्ष रहकर मकान बनाने वाली पीड़िता अब स्वयं बेघर है और पति ने दूसरी लड़की से शादी रचा ली है। पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर इंसाफ की गुहार लगाई है।
पीड़िता तमशिला पुत्री एहसानुल्लाह निवासी मोहल्ला डोमनपुरा पश्चिम थाना दक्षिण टोला के भाई मसूद ने बताया कि लगभग 20 वर्ष पहले उसका निकाह थाना एवं मोहल्ला दक्षिण टोला निवासी मजहर पुत्र सत्तार के साथ हुआ था। उस वक्त पीड़िता मजबूत कद-काठी की थी और साड़ी की बुनाई में कोई उसका सानी नहीं था। शौहर से दहेज की बात को लेकर अक्सर गाली-गलौज और मारपीट होती थी। इस बीच तमशिला ने दो बेटियों को जन्म दिया। बकौल मसूद वर्ष 2007 में शौहर ने तमशिला को दहेज की बात को लेकर इतना पीटा कि वह किसी तरह ¨जदा तो बच गई लेकिन दोनों हाथ और पैरों से दिव्यांग हो गई।
इस मामले में थाना दक्षिण टोला में शौहर और उसके परिवार वालों के ऊपर मुकदमा भी दर्ज हुआ और ससुराल वालों ने जेल का मुंह भी देखा। समाज के दबाव पर शौहर अपनी बेटियों को तो अपने पास कुछ दिनों पहले ले गया है, लेकिन दिव्यांग पेंशन पर पीड़िता अपने भाई के घर ही किसी तरह जीवन काट रही है। मसूद ने बताया कि डेढ़ माह पहले कागज पर तीन बार तलाक लिखकर बहन के शौहर ने नोटिस दे दिया है। शौहर के सितम से जीवन के संघर्ष में पड़ी पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर शौहर के मकान में हिस्सा मांगा है, ताकि वह सम्मान से रह सके।