प्रवासी भारतीय दिवस : जिला पुलिस की तैयारियों को झटका, नहीं मिले छह करोड़
प्रवासी दिवस को दो माह से भी कम समय बचा है लेकिन विभाग को व्यवस्था के लिए शासन से छह करोड़ रुपये नहीं मिल सके, इसकी डिमांड पिछले दिनों पुलिस ने की थी।
वाराणसी, जेएनएन । प्रवासी भारतीय दिवस की तैयारियों को लेकर पुलिस महकमे को झटका लगा है। दो माह से भी कम समय बचा है लेकिन विभाग को व्यवस्था के लिए शासन स्तर से छह करोड़ रुपये नहीं मिल सके, इसकी डिमांड पिछले दिनों पुलिस ने की थी। पुलिस अब उपलब्ध संसाधनों को ही दुरूस्त कर रही है। जनवरी तक स्वीकृत दो नए थाने लालपुर व सिंधोरा का निर्माण होना था लेकिन मामला फाइलों में है। दो माह में लालपुर में थाना बनाना असंभव है। कई थानों व चौकियों में रंगरोगन के साथ संसाधनों की बढ़ोतरी और ट्रैफिक सुधार को पुलिस विभाग ने रुपये की डिमांड की थी।
पर्यटन थाना दूर की कौड़ी : पर्यटक थाने का मामला अधर में है। यह तय नहीं हो पाया है कि पर्यटक थाने का भवन कहां बनेगा। चौक, दशाश्वमेध में ही पर्यटक थाने को बनाने के लिए कोशिश चल रही है। प्रवासी भारतीय दिवस से पहले काम मुश्किल लग रहा।
ट्रैफिक सबसे बड़ी चिंता : स्मार्ट ट्रैफिक की बात हो रही है, लेकिन शहर में सिर्फ डिवाइडर बनाने का काम चल रहा है। ट्रैफिक सुधार की दिशा में कुछ काम हुए जरूर लेकिन परिवहन विभाग की सुस्ती व पार्किंग स्टैंड की कमी के चलते मामला बिगड़ रहा है।
इंस्पेक्टर से सिपाही तक होंगे प्रशिक्षित : एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने बताया कि प्रवासी भारतीय दिवस की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। तीन दिवसीय सम्मेलन में तैनात होने वाले इंस्पेक्टर से लेकर सिपाही तक प्रशिक्षित किए जाएंगे। 50 दारोगा और 150 सिपाहियों को साफ्ट स्किल की ट्रेनिंग दी जाएगी। पड़ोसी जिलों में तैनात पुलिसकर्मी भी बुलाए जाएंगे, जो यहां के क्राइम की समझ रखते हैं।
डायल 100 का प्रचार-प्रसार: यूपी पुलिस का डायल 100 भी अपनी तैयारी पूरी कर चुका है। प्रवासी डायल 100 का पूरा सहयोग ले सकेंगे। पड़ोसी जिलों में डायल 100 की 25 गाडिय़ां मंगाई जाएगी। प्रवासी भारतीय दिवस के दौरान टीएफसी के समीप पुलिस कंट्रोल रुम खोला जाएगा। प्रवासियों की मदद के लिए दुभाषिये भी तैनात होंगे।