डीएम का आदेश : वाराणसी में विवादित गांव अब अंतिसंवेदनशील समेत तीन श्रेणी में होंगे चिह्नित
वाराणसी के डीएम ने विवादित गावों को सूचीबद्ध करते हुए अति संवेदनशील संवेदनशील तथा सामान्य अंकित कर दर्ज करने का आदेश दिया है। ताकि समय समय पर इसकी निगरानी हो सके।
वाराणसी, जेएनएन। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने कहा कि गांवों में भूमि विवाद के सर्वाधिक मामले सामने आते हैं। कभी-कभी इसको गंभीरता से न लेने के कारण बड़ा मामला बन जाता है। बहुतायत यही मामले आगे जाकर अपराध के कारण भी बनते हैं। सभी थाने ग्रामवार इस तरह के प्रकरण को लेते हुए तीन श्रेणी ए, बी और सी में चिह्ति करें। विवादित गावों को सूचीबद्ध करते हुए यानी अति संवेदनशील, संवेदनशील तथा सामान्य अंकित कर दर्ज करें। ताकि समय समय पर इसकी निगरानी हो सके। साथ ही व्यक्तिगत रंजिश, भूमि विवाद के मामले, चुनावी रंजिश, पार्टी बंदी, गोलबंदी तथा एससी बनाम नान एससी के मामले को भी केटगरी में विश्लेषण करते हुए अलग से सूची तैयार करें।
जिलाधिकारी की ओर से इस आशय का आदेश जारी कर दिया गया है। जिलाधिकारी ने थानाध्यक्षों को निर्देशित किया है कि व्यक्तिगत रंजिश के मामले में थाने में दोनों पक्ष को आमने-सामने बैठाकर विवाद को निस्तारित कराएं। झगड़े की वजह स्पष्ट करें। जो वास्तव में दोषी हो, उसके खिलाफ फौरी कार्रवाई भी करें। राजस्व एवं पुलिस की संयुक्त टीम बनायी जाए। किसी झगड़े में समझौता हो तो उससे लिखित लें। कार्यवाही की जाय तो जीडी में दर्ज किया जाए। शहरी क्षेत्र में सरकारी प्रापर्टी एवं निजी प्रापर्टी अधिक मूल्यवान होती है यहां भू-माफियाओं, सूदखोरों, दबंगों द्वारा कब्जे आदि के अधिक मामले सामने आते हैं। ऐसे लोगों को चिन्हित करते हुए एण्टी भू-माफिया आदि मामलों में कार्रवाई की जाए। जिलाधिकारी व एसएसपी अमित पाठक ने शनिवार को कानून व्यवस्था की समीक्ष के दौरान भी मातहतों को इन बातों को लेकर निर्देशति किया था।