डीआइओएस ने पकड़ा भ्रष्टाचार का खेल
वाराणसी : जनपद के कई माध्यमिक विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति फर्जी तरीके से प्रमाणित की जा रही है
वाराणसी : जनपद के कई माध्यमिक विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति फर्जी तरीके से प्रमाणित की जा रही है। डीआइओएस डा. ओपी राय ने सोमवार को पांडेयपुर स्थित प्रसाद इंटर कालेज का निरीक्षण किया तो पोल खुल गई। विद्यालय में पंजीकृत 358 छात्रों के सापेक्ष महज 67 बच्चे उपस्थित थे। जबकि रजिस्ट्रर में 250 बच्चों को उपस्थित दर्शाया गया था। लगातार अनुपस्थिति तथा शुल्क न जमा करने वाले छात्रों का नाम भी रजिस्ट्रर में दर्ज मिला। यहीं नहीं विद्यालय में एमडीएम का संचालन बंद मिला।
डीआइओएस ने इसे गंभीरता से लिया है। उन्होंने अग्रिम आदेश तक के लिए विद्यालय के प्रधानाचार्य व अध्यापकों का वेतन रोक दिया है। साथ ही प्रधानाचार्य समेत सभी अध्यापकों से सप्ताहभर में स्पष्टीकरण मांगा है। 15 मई तक जवाब न देने पर कार्रवाई करने की चेतावनी दी है।
जिला विद्यालय निरीक्षण सुबह करीब 10.10 बजे अचानक विद्यालय पहुंच गए। उनके पहुंचते ही विद्यालय में खलबली मच गई। उन्होंने उपस्थिति पंजिका जांची। पंजिका में क्लास में अनुपस्थित बच्चों को भी उपस्थित दर्शाया गया था। बच्चों को पढ़ाने के लिए ब्लैक बोर्ड का भी प्रयोग नहीं किया जा रहा था। अब तक कक्षा-11 में एक भी छात्र का प्रवेश नहीं लिया गया था। जबकि कक्षा नौ व 11 में 15 मई तक दाखिला पूर्ण करने का निर्देश दिया गया है। छात्रों की संख्या कम होने के बावजूद विद्यालय का संचालन दो पालियों में किया जा रहा है। विद्यालय परिसर में गंदगी पसरी हुई थी। कार्यालय में रिकार्ड सुरक्षित नहीं रखे गए थे। एक अध्यापक बगैर सूचना के विद्यालय से गायब मिले। वहीं गणित के अध्यापक भी क्लास में अनुपस्थित रहे। इसे देखते हुए डीआइओएस ने प्रधानाचार्य के अलावा, सहायक अध्यक्षक नागेंद्र प्रसाद व गणित के अध्यापक पंकज विश्वकर्मा, लिपिक से भी स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही विद्यालय के व्यवस्था संचालन के लिए प्रबंधतंत्र को चेतावनी दी है।