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वायरल वीडियो मामले की जांच करने पहुंचे डीआइजी, बलिया जेल में घंटों चली पूछताछ

शासन के निर्देश पर बुधवार को पहुंचे गोरखपुर के प्रभारी डीआइजी डा. रामधनी राम पूरे दिन जेल के अंदर मामले की तहकीकात करते रहे।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Wed, 22 Jul 2020 07:50 PM (IST)Updated: Wed, 22 Jul 2020 07:50 PM (IST)
वायरल वीडियो मामले की जांच करने पहुंचे डीआइजी, बलिया जेल में घंटों चली पूछताछ
वायरल वीडियो मामले की जांच करने पहुंचे डीआइजी, बलिया जेल में घंटों चली पूछताछ

बलिया, जेएनएन। जिला कारागार में रंगदारी के लिए बंदी की पिटाई का वीडियो वायरल होने के मामले को शासन ने संज्ञान में लिया है। शासन के निर्देश पर बुधवार को पहुंचे गोरखपुर के प्रभारी डीआइजी डा. रामधनी राम पूरे दिन जेल के अंदर मामले की तहकीकात करते रहे। इस दौरान उन्होंने मारपीट में शामिल बंदियों से बारी-बारी पूछताछ की। घटना का कारण भी जाना। जेल के अंदर खान-पान, साफ-सफाई के साथ ही अन्य व्यवस्था के बारे में भी बंदियों से पूछताछ की। 

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डीआइजी ने जेल प्रशासन को तत्काल कैदियों की समस्याओं को दूर करने का निर्देश दिया। जेल में तैनात कर्मचारियों, जेल अधीक्षक प्रशांत मौर्या व जेलर डा. विनय मिश्र से घटना के बारे में विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने जेल के अंदर कैसे मोबाइल आया इस विषय को गंभीरता से लिया। साथ ही दोषी कर्मचारियों पर कार्रवाई के भी संकेत दिए।

गौरतलब है कि मंगलवार को जेल के अंदर से एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें तीन-चार की संख्या में कैदी एक अन्य बंदी की जमकर पिटाई कर रहे हैं। वैसे यह वीडियो पुराना बताया जा रहा है लेकिन यह वीडियो बनाया गया है जेल के अंदर ही। इस वीडियो के सोशल मीडिया पर आते ही शासन ने इसे गंभीरता से लिया। शासन के निर्देश पर प्रभारी डीआईजी गोरखपुर जिले में पहुंचे। इसके बाद वह पूरे दिन मामले की जांच करते रहे। इससे जेल प्रशासन में हड़कंप मचा रहा। जांच के दौरान कैदियों की गुटबाजी भी सामने आई है। इसके कारण अक्सर जेल के अंदर अव्यवस्था फैल जा रही है। इसको डीआईजी ने गंभीरता से लिया है।

कई माह से खराब है जेल की तीसरी आंख

जेल के अंदर अव्यवस्था का पुराना नाता है। कई बार जेल के अंदर बंदियों ने बवाल किया। इसके बाद सीसीटीवी कैमरा लगाया गया ताकि बंदियों की निगरानी की जा सके। इधर लगभग तीन माह से जेल के अंदर का सीसीटीवी कैमरा खराब चल रहा है। इसे बनवाने की कवायद किसी भी स्तर से नहीं हुई। अगर जेल के सीसीटीवी कैमरा ठीक होता तो इस घटना पर अधिकारियों की नजर पड़ जाती। वहीं जांच में यह प्रमाण के तौर पर होता। जेल प्रशासन ने बताया कि सीसीटीवी कैमरे को ठीक कराने के लिए पत्र लिखा गया लेकिन अभी तक ठीक नहीं हुआ।

जैमर से नहीं रूक रहा मोबाइलों का संचालन

जेल के अंदर मोबाइल फोन न चले इसके लिए शासन की तरफ से 3 जी जैमर की व्यवस्था की गई लेकिन इस पर पूरी तरह से अंकुश नहीं लगा पा रहा है। कुछ दिनों तक यह जैमर काम किया लेकिन मोबाइल कंपनियों के 4 जी में अपडेट होने से कारण बंदियों को लाभ मिल जा रहा है।

जलजमाव भी जटिल समस्या

जेल के अंदर जलजमाव पूरी तरह से जग जाहिर है। पिछले साल बरसात में जेल के अंदर काफी पानी लग गया था। इसके कारण बंदियों को दूसरे जनपद भेजा गया था। करीब दो माह बाद इनकी वापसी हुई थी। इस साल हुई बरसात में फिर पानी अंदर प्रवेश कर गया है। पानी निकासी की व्यवस्था न होने से जेल प्रशासन परेशान है।

बंदियों समेत कर्मचारी व अधिकरियों से पूछताछ हुई

जेल में बंदियों के बीच हुई मारपीट की घटना की जांच प्रभारी डीआइजी जेल द्वारा की जा रही है। इसमें बंदियों समेत कर्मचारी व अधिकरियों से पूछताछ हुई है। घटना के बाद एक कैदी को तत्काल गैर जनपद भेज दिया गया था। रंगदारी मांगने की शिकायत किसी कैदी ने मुझसे कभी नहीं किया है।

-प्रशांत मौर्या, जेल अधीक्षक, जिला कारागार बलिया। 


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