Lockdown in varanasi : Dial 112 में चलने वाले पुलिसकर्मियों की सक्रियता ने भुलाया अतिरिक्त ड्यूटी का दर्द
Dial 112 में चलने वाले पुलिसकर्मियों की सक्रियता ने भुलाया अतिरिक्त ड्यूटी का दर्द।
वाराणसी [श्रवण भारद्वाज]। जहां एक तरफ पूरा विश्व वैश्विक महामारी कोरोना के संकट से जूझ रहा है वहीं भारत भी इससे अछूता नही है। प्रधानमंत्री के द्वारा 24 मार्च को 21 दिन लॉक डाउन के घोषणा के बाद सभी लोग अपने अपने घरों में है वही दूसरी तरफ वाराणसी में पुलिस कर्मी अपने ड्यूटी को मुस्तैद हैं लेकिन इसमें भी पीआरवी 112 में लगे पुलिस कर्मियों की ड्यूटी अतिरिक्त हो रही है।
विभागीय जिम्मेदारियों के बीच पीआरवी के ड्राइवरों से 8 घंटे के बजाय 12 घंटे की ड्यूटी कराई जा रही है। वही प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र बनारस में पी आर वी 112 में तैनात एक ड्राइवर आपबीती बताते हुए भावुक हो उठा बताया कि जहां पूरे जिले में पुलिस की ड्यूटी महज़ 8 घंटे निर्धारित की गई है। वही दूसरी तरफ डायल 112 में तैनात सभी ड्राइवरों से 12 घंटे ड्यूटी कराई जा रही है।
इसी क्रम मे ड्राइवर ने बताया जहां सभी पुलिस के साथी 8 घंटे ड्यूटी के बाद अपने घर और परिवार के लिए चले जाते हैं। लेकिन इन सबके बीच डायल 112 में चलने वाले पुलिस ड्राइवर अपनी जान हथेली पर लेकर 12 घंटे गाड़ी चलाते हैं ऐसे पुलिस वालों का दर्द कौन समझे, उनके भी परिवार है और परिवार के लोग भी चाहते हैं कि सभी की तरह ये भी 8 घंटा ड्यूटी करने के बाद अपने परिवार के साथ समय बिताएं।
इस बाबत डायल प्रभारी 112 श्रीप्रकाश गुप्ता ने बताया कि उच्च अधिकारियों से बात हो गयी है जल्द ही पीआरवी में लगे ड्राइवर पुलिस कर्मियों की ड्यूटी में परिवर्तन किया जाएगा। हालांकि इनका योगदान संकट के समय किसी से कम नही है। लोगों की मदद से लेकर अपराध होने पर तुरन्त पहुंच कर लोगों की मदद करने की संतुष्टि का भाव मनोबल कम नही होने देता।