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मीरजापुर के सक्तेशगढ़ आश्रम पहुंचे स्‍वामी अड़गड़ानंद महराज का जयघोष के साथ भक्तों ने किया स्वागत

परमहंस आश्रम सक्तेशगढ़ के स्वामी अडग़ड़ानंद को लेकर उडऩ खटोला शुक्रवार की शाम पांच बजकर तीन मिनट पर आश्रम स्थित हेलीपैड पर उतरा। हेलीकाप्टर उतरने के बाद हैलीपैड पर महराज की आगवानी आश्रम के वरिष्ठ संत नारद महराज समेत अन्य संतों ने की।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Fri, 30 Oct 2020 07:07 PM (IST)Updated: Fri, 30 Oct 2020 08:11 PM (IST)
मीरजापुर के सक्तेशगढ़ आश्रम पहुंचे स्‍वामी अड़गड़ानंद महराज का जयघोष के साथ भक्तों ने किया स्वागत
मीरजापुर के सक्तेशगढ स्थित आश्रम में भक्तों के बीच प्रवचन सुनाते स्वामी अड़गडानंद महराज।

मीरजापुर, जेएनएन। परमहंस आश्रम सक्तेशगढ़ के स्वामी अडग़ड़ानंद को लेकर सूरजकुंड से उड़न खटोला (हेलीकाप्टर) शुक्रवार की शाम पांच बजकर तीन मिनट पर आश्रम स्थित हेलीपैड पर उतरा। जहां बड़ी संख्या में उपस्थित भक्तों व श्रद्धालुओं ने गगनभेदी जयकारों के साथ अपने सद्गुरु का स्वागत किया। आंखों में गुरु महराज के दर्शन की लालसा लिए बड़ी संख्या में भक्तगण सुबह से ही आश्रम परिसर पहुंच गए थे। हेलीकाप्टर उतरने के बाद हैलीपैड पर महराज की आगवानी आश्रम के वरिष्ठ संत नारद महराज समेत अन्य संतों ने की।

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इसके बाद आश्रम परिसर में इंतजार कर भक्तों का मान रखते हुए स्वामी अडग़ड़ानंद ने सुसज्जित मंच पर पहुंच कर दर्शन देने के साथ ही अपने प्रवचन से अपने अनुयायियों को निहाल किया। उन्होंने कबीरदास के दोहे को संदर्भित करते हुए कहा कि संत होने के लिए मन व इंद्रियों पर वश करना आवश्यक है। सांसारिक मोह माया को त्याग कर ईश्वर में रम जाना ही संत की पहचान है। उन्होंने भगवान भोलेनाथ के बारे में भी संक्षिप्त चर्चा करते हुए शिव बारात के प्रसंग को सुनाया। महाराज ने कहा कि धर्म के विषय में तमाम भ्रांतियां है, जिसे मानव मात्र के धर्मशास्त्र यथार्थ गीता द्वारा समझने का प्रयास किया जा सकता है। जन्म जन्मातंर से चली आ रही कुरीतियों के चलते ही ईश्वर और धर्म के विषय में भ्रांतियां फैली हुई हें। ईश्वर ही शाश्वत और सत्य है, जिन्हें पाने का मार्ग गुरु के रास्ते से होकर जाता है। उनके संक्षिप्त प्रवचन के दौरान आश्रम परिसर स्वामी अडग़ड़ानंद महाराज के गगनभेदी जयकारों से गूंजता रहा।

गुरु महराज का किया भव्य स्वागत

वरिष्ठ संत नारद महराज की अगुवाई में लाले महराज, आशीष बाबा, सोहम महराज समेत आश्रम के अन्य संतों ने अपने गुरु महराज का भव्य स्वागत किया। इस दौरान प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार सिंह सदल बल सुरक्षा के लिए मुस्तैद रहे। वहीं विलंब होने की वजह से महराज को लेकर आया हेलीकाप्टर शाम को वापस नहीं जा सका। आश्रम प्रशासन के अनुसार अंधेरा होने की वजह से अब दूसरे दिन सुबह वापस जाएगा।


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