Move to Jagran APP

महाशिवरात्रि पर बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए बाबा की डगर में मुश्किलों का महाजाल

इस बार महाशिवरात्रि पर बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं के रास्ते में मुश्किलों का महाजाल बिछा है।

By Edited By: Published: Thu, 20 Feb 2020 02:30 AM (IST)Updated: Thu, 20 Feb 2020 09:48 AM (IST)
महाशिवरात्रि पर बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए बाबा की डगर में मुश्किलों का महाजाल
महाशिवरात्रि पर बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए बाबा की डगर में मुश्किलों का महाजाल

वाराणसी, जेएनएन। इस बार महाशिवरात्रि पर बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं के रास्ते में मुश्किलों का महाजाल बिछा है। गोदौलिया से दशाश्वमेध तक सड़क खराब है और सीवर ध्वस्त है। लोगों का आना-जाना मुश्किल हो गया है। शिव भक्तों के लिए यह मुख्यमार्ग है। इस रास्ते गंगा स्नान के बाद गंगा जल लेकर श्रद्धालु कतारबद्ध हो बाबा को जल चढ़ाने जाते हैं। यहां पिछले चार महीने से काम चल रहा है। इसके बावजूद महाशिवरात्रि को लेकर कोई तत्परता अधिकारियों द्वारा नहीं दिखाई गई। काशी में इतने शिवलिंग हैं कि कण-कण शंकर कहा जाता है।

loksabha election banner

किसी भी कोने में स्थापित शिवलिंग की बाबा का स्वरूप मानकर पूजा की जाती है। गोदौलिया से दशाश्वमेध मार्ग पर इतने कंकड़ बिछ गए है कि श्रद्धालुओं को वहां खड़े होने की भी ठीक से जगह नहीं है। उधर से गुजरना भक्तों के लिए शूल चूभने जैसा है। प्रशासन द्वारा इसी रास्ते पर बैरिकेडिंग की जा रही है लेकिन श्रद्धालु बाबा दरबार तक कैसे जाएंगे। इसका तनिक भी ध्यान नहीं है। काशी के प्रमुख शिव मंदिरों और शिव बरात गुजरने वाले मार्गो की भी हालत दयनीय है। रवींद्रपुरी स्थित सिद्धेश्वर महादेव मंदिर के पास पिछले कई दिनों से गंदगी फैली है और सीवर जाम होने से आसपास गंदा पानी लग गया है। ऐसे में महाशिवरात्रि के दिन शिवभक्तों का ध्यान बाबा की ओर कम समस्याओं की ओर ही अधिक होगा।

ईश्वरगंगी स्थित जागेश्वर महादेव मंदिर के पास भी गंदगी का अंबार है। इसी तरह तिलभांडेश्वर और गौरी केदारेश्वर मंदिर जाने वाले मार्ग की भी स्थिति जर्जर है। चौके उखड़ गए हैं। कई स्थानों पर सीवर भी ओवरफ्लो कर रहा है। इसी तरह शिव बरात भी लक्सा स्थित लालकुटी व्यायामशाला, तिलभांडेश्वर महादेव, दारानगर और अर्दली बाजार महावीर मंदिर से निकलती है। इन मार्गो की भी हालत दयनीय है।

बरात में लाग-विमान, ऊंट, हाथी और घोड़ा भी चलते हैं। ऐसे में जर्जर मार्गो में कभी भी लोगों के गिरने से भगदड़ हो सकती है। तिलभांडेश्वर से निकलने वाली बरात पांडेय हवेली से होकर जाती है। यहां चौका खराब होने के साथ सीवर लाइन भी जाम है। इस बारे में लोगों ने कई बार नगर निगम और जलकल में शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। बंगाली टोला के पार्षद चंद्रनाथ मुखर्जी का कहना है कि शिव बरात के मार्ग की स्थिति जर्जर है। उन्होंने बताया कि गंगामहाल से दशाश्वमेध घाट और बाबा के दर्शन करने जाने वाले मार्ग की हालत और दयनीय है। चौका कई जगहों पर उखड़ा है और सीवर ओवरफ्लो कर रहा है।

- कैथी में दो दिवसीय मेला कल से महाशिवरात्रि पर मार्कडेय महादेव धाम कैथी में लगने वाला दो दिवसीय मेला शुक्रवार से शुरू होगा। जिला प्रशासन द्वारा गंगा घाट पर भी बैरिकेडिंग की गई है जिससे कोई अनहोनी न होने पाए। प्रशासन की ओर से मंदिर के सामने लोहे की बैरिकेडिंग के अलावा लकड़ी की बैरिकेडिंग कराई जा रही है। जलाभिषेक के लिए महिला और पुरुष श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग लाइन बनाई गई है। भारी भीड़ के मद्देनजर पुलिस प्रशासन ने कंट्रोल रूम बनाया है। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए काफी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। उम्मीद है कि पांच लाख से अधिक भक्त जलाभिषेक कर मार्कडेय महादेव का दर्शन-पूजन करेंगे।

- शूलटंकेश्वर महादेव में तैयारियां शुरू काशी के दक्षिण द्वार पर स्थित गंगा के पावन तट पर विराजमान शुलटंकेश्वर महादेव मंदिर परिसर में शिवरात्रि को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। शिवभक्तों को दर्शन के दौरान कोई परेशानी न हो इसके लिए परिसर में साफ-सफाई की जा रही है। महिला पुरूष अलग-अलग कतार में खडे़ होकर मंदिर मे प्रवेश करेंगे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.