बदलेगी रेलवे ओवरब्रिज की डिजाइन, कब्रगाह के पीछे से पुल बनाने का दिया सुझाव
वाराणसी स्थित फुलवरिया फोरलेन का काम सुस्ती के चलते रफ्तार नहीं पकड़ पा रहा है। पूरे प्रोजेक्ट में बननें वाली दो आरओबी का काम अतिक्रमण के कारण अटका हुआ है।
वाराणसी, जेएनएन। फुलवरिया फोरलेन का काम सुस्ती के चलते रफ्तार नहीं पकड़ पा रहा है। पूरे प्रोजेक्ट में बनने वाले दो आरओबी का काम भी अतिक्रमण के चलते अटका हुआ है। दो पुलों में से रेलवे क्रासिंग संख्या 5 सी पर पुल की डिजाइन बदल सकती है। स्थानीय लोगों ने विभाग को पत्र लिखकर पुल को सीधे न बनाकर विदेशी कब्रगाह के पीछे से निकालने का सुझाव जिला प्रशासन को दिया है।
उनका कहना है कि ऐसा करने से निर्माण कार्य तेजी से पूरा किया जा सकता है। अब गेंद जिला प्रशासन के पाले में है। नई डिजायन से के मुताबिक कब्रगाह की जमीन मिलना मुश्किल होगा वहीं डिजायन बदलने पर नए डिजायन पर मुहर लगवाने और खर्च के आकलन के लिए फाइलों को लखनऊ तक दौड़ाना होगा। जिला प्रशासन की टीम ने सर्वेक्षण कर निर्माण की जद में आ रहे मकानों और सार्वजनिक स्थलों की गणना की है।
जद में 100 से अधिक मकान और 41 पेड़ : अगर अफसरों की मानें तो पुल निर्माण के दौरान 100 से अधिक घर और करीब 41 पेड़ काटने होंगे। इसका काम लोक निर्माण विभाग के जिम्मे है। विभाग की गिनती के हिसाब से निर्माण कार्य में करीब 60 से अधिक घर ही गिराए जाएंगे। इस पूरे मामले पर एडीएम वित्त दौरा कर चुके हैं और मुआवजे का आकलन करने की कवायद चल रही है।
बाउंड्री बनाने के काम में जुटा छावनी परिषद : पूरे फुलवरिया फोरलेन के काम में बाधा बन रहे सेना की बाउंड्री बनाने का काम चल रहा है। सेना द्वारा जितना हिस्सा सेतु निगम को दिया गया है उसमें दो पियर मशीन लगाकर पिलर बनाने का काम चल रहा है।
वाई शेप में होगा 4 सी रेलवे ओवरब्रिज : फुलवरिया फोरलेन का निर्माण पूरा होने के बाद सेतु निगम का 4 स्पेशल पुल अनोखा होगा। वाई शेप में बनने वाले पुल का एक हिस्सा बौलिया तिराहा तो दूसरा लहरतारा की तरफ जाएगा।