पानी की किल्लत को लेकर वाराणसी के नरियां में प्रदर्शन, गंदे पानी की सप्लाई से जीवन नारकीय
वाराणसी में पानी की किल्लत को लेकर पिछले कई दिनों से परेशान नरियां भोगाबीर सुंदरपुर सराय सुर्जन मोहल्लों में रहने वाले लोगों ने मजबूर होकर शुक्रवार को प्रदर्शन किया।
वाराणसी, जेएनएन। पानी की किल्लत को लेकर पिछले कई दिनों से नरियां, भोगाबीर, सुंदरपुर, सराय सुर्जन मोहल्लों में रहने वाले लोग काफी परेशान हैं। आस-'पास के लोगों ने बताया कि हैंडपंप से काफी गंदा पानी निकल रहा है जो पीने योग्य नही है। इसके अलावा पेयजल आपूर्ति की पाइप लाइन से भी गंदे पानी की सप्लाई होती है जिससे हम लोगों का जीवन नारकीय हो गया है। इसकी कई बार शिकायत कक जा चुकी है लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। समस्या को देखते हुए स्थानीय लोगों ने पार्षद कमल पटेल के नेतृत्व में गुरुवार को ही प्रदर्शन की चेतावनी दी थी, इसके बावजूद भी वही हाल रहा।
लगाया आरोप, आवश्यक दैनिक उपयोग की भी व्यवस्था नही कर पा रही सरकार
मजबूर होकर शुक्रवार की सुबह मुहल्ले नरियां भोगाबीर मोहल्ले के लोग पार्षद दल के नेता कमल पटेल के नेतृत्व में प्रदर्शन किया और जल संस्थान के महाप्रबंधक से मांग किया कि अगर जनता को पानी भी नही दे सकते तो और क्या उम्मीद की जा सकती है। कमल पटेल ने कहा कि एकतरफ जहां सरकार बड़े बड़े दावे कर रही है वही पानी जैसी जीवन की महत्वपूर्ण और आवश्यक दैनिक उपयोग की भी व्यवस्था नही कर पा रही है। प्रदर्शन में मुख्य रूप से आलोक गुप्ता, दिनेश पटेल, गौरव श्रीवास्तव, विकास कुमार, जय धरिया, बनारसी, पुष्पा, लक्ष्मी, माधुरी, पार्वती, राजू सोनकर सहित काफी लोग रहे।
पोखरी कब्जा होने से बरसात का पानी घरों में घुसा, प्रदर्शन
जंसा थाना के भतसार गांव में स्थित पोखरी के जमीन पर गांव के ही कुछ लोगों द्वारा अवैध कब्जा जमा लिए जाने से बरसात का पानी गांव के बाहर नहीं निकलने से पानी घरों तक पहुंच गया है। ग्रामीणों ने बीते गुरुवार को पानी के निकासी की मांग को लेकर पानी में खड़े होकर प्रदर्शन किया। बताया कि गांव में बारिश के पानी की निकासी के लिए आराजी नंबर 922 पोखरी के नाम से जमीन छोड़ी गई है, जो गांव के ही कुछ दबंग लोगों द्वारा कब्जा कर लिया गया है। इससे बस्ती का पानी बाहर नहीं निकलने से मुख्य मार्ग पूरी तरह से डूबा हुआ है। पानी कईयो के घरों तक पहुंच चुका है। पानी की निकासी नहीं होने से ग्रामीण काफी परेशान एवं त्रस्त हैं।