वन्य जीव खा रहे है गाजर, ककड़ी, खीरा व पालक
वाराणसी : गर्मी से आदमी ही नहीं वन्य जीवन का वास्ता पड़ता है। इस समय पड़ने वाली सड़ी गर्मी का
वाराणसी : गर्मी से आदमी ही नहीं वन्य जीवन का वास्ता पड़ता है। इस समय पड़ने वाली सड़ी गर्मी को देखते हुए सारनाथ के डियर पार्क में रहने वाले वन्यजीवों को बचाने के लिए उनके खानपान में परिवर्तन किया गया है। नये मीनू के अनुसार उन्हें अब प्रतिदिन मिलने वाले अन्न के साथ खाने के लिए खीरा, ककड़ी, गाजर, पालक व पत्ता गोभी खाने को दिया जा रहा है। इनसे वन्यजीवों को काफी राहत मिली है।
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यहां रहते है ये वन्य जीव
इस वन्यजीव विहार में 91 चीतल और नौ काला हिरण, दो घड़ियाल, तीन मगर, जलचर पक्षियों में सारस, लगलग, हवाशील, जाँघिल के अलावा गोल्डेन फिजेंट, जेवरा फिंच, काकाटील,लववर्ड, तोता आदि सैकडों पक्षिया यहाँ पर हैं।
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खाने की सूची
चीतल व हिरण को गेहूँ, चना, मक्का, बाजरा के अलावा अब उन्हें गर्मी से बचाव के लिए खीरा, ककड़ी, गाजर, पालक और पत्ता गोभी खाने को प्रतिदिन दिया जा रहा है। पक्षियों को काकून,बाजरा व चना के साथ ही खीरा, पत्ता गोभी, पालक, हरी मिर्च व टमाटर दिया जा रहा है। शाही को आलू व खरबूज के अलावा जलचर वन्यजीवों और पक्षियों को बड़ी-छोटी मछली खाने के लिए दी जा रही है।
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पानी डाल कर जमीन को किया जा रहा है ठंडा
पार्क में चीतल व काले हिरण को चिलचिलाती धूप व तपिश से बचाने के लिए पेड़ के नीचे दिन में दो-तीन बार पानी डाल कर जमीन को ठंडा किया जा रहा है। पीने के पानी को भी बदला जा रहा है । पक्षियों के बाड़े पर भी ग्रीन नेट लगा कर उन्हें गर्मी से बचाने के प्रयास किए गए हैं।
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पक्षियों को दाना के साथ खीरा, ककडी, गाजर व हरी सब्जियों के टुकड़े भी दिए जा रहे हैं। कृत्रिम तालाब का पानी दो बार बदला जा रहा है । इससे पक्षियों को राहत मिल रही है।
-एनपी सिंह, वन क्षेत्राधिकारी