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ठिठकीं बाबा के तिलकोत्सव की तैयारियां, वसंत पंचमी पर होना है बाबा विश्‍वनाथ का तिलकोत्‍सव

श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के महंत डा. कुलपति तिवारी का आवास ढहने के साथ बाबा के तिलकोत्सव की तैयारियां स्थान को लेकर ठिठक गई हैैं।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Fri, 24 Jan 2020 11:16 AM (IST)Updated: Fri, 24 Jan 2020 03:55 PM (IST)
ठिठकीं बाबा के तिलकोत्सव की तैयारियां, वसंत पंचमी पर होना है बाबा विश्‍वनाथ का तिलकोत्‍सव
ठिठकीं बाबा के तिलकोत्सव की तैयारियां, वसंत पंचमी पर होना है बाबा विश्‍वनाथ का तिलकोत्‍सव

वाराणसी, जेएनएन। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के महंत डा. कुलपति तिवारी का आवास ढहने के साथ बाबा के तिलकोत्सव की तैयारियां स्थान को लेकर ठिठक गई हैैं। महंत परिवार अभी भी इस परंपरा से जुड़ी समस्त रस्में मंदिर परिसर में ही मनाने पर अडिग है तो मंदिर प्रशासन की ओर से इस दिशा में कोई संकेत तक नहीं दिया गया है। गुुरुवार को सीईओ के लखनऊ में होने की वजह से इस पर निर्णय भी नहीं लिया जा सका। ऐसे में महंत डा. तिवारी को सीईओ के आने का इंतजार है ताकि स्थान पर निर्णय हो और तैयारियां आगे बढ़ें।  

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धर्म शास्त्रों के अनुसार बाबा का विवाह महाशिवरात्रि पर तो तिलक वसंत पंचमी और गौना रंगभरी एकादशी को हुआ था। इस मान्यता के तहत बाबा का तिलकोत्सव महंत आवास में मनाया जाता रहा है। रंगभरी एकादशी पर महंत आवास को गौरा का मायका मानते हुए गौना की बरात निकाली जाती रही है। कॉरिडोर के दायरे में आवास आने के बाद महंत डा. तिवारी ने इन परंपराओं को जारी रखने के लिए स्थान की मांग की थी। साथ ही आवास में ही अंतिम बार तिलकोत्सव मनाने और गौना बरात सजाने के लिए भवन खाली करने को मार्च तक की मोहलत मांगी थी। उत्साह के साथ तैयारियां भी शुरू कर दी गई थीं। निमंत्रण पत्र बांटे जा चुके हैैं और भजन संध्या के लिए कलाकार आमंत्रित किए जा चुके हैैं। इससे पहले ही बुधवार को भवन का एक हिस्सा ध्वस्त हो गया तो उत्सव से संबंधित कई सामान भी क्षतिग्रस्त हो गए। फिलहाल बाबा की पंचवदन चल रजत प्रतिमा रानी भवानी परिसर के प्रथम तल स्थित कैश रूम में रखी गई है और महंत परिवार बांसफाटक स्थित गेस्ट हाउस में डेरा डाले है। ऐसे में तिलकोत्सव कहां और कैसे हो को लेकर असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गई है।

परंपराओं के समर्थन में दिन भर बजती रही सेलफोन की घंटी 

तिलकोत्सव व रंगभरी एकादशी परिसर में निभाने के लिए मंदिर प्रशासन ने कॉरिडोर में या उसके आसपास कोई स्थान देने का वादा भले न पूरा हुआ हो लेकिन इसे लेकर महंत परिवार अडिग है। काशीवासी भी बाबा से जुड़ी परंपराएं मंदिर परिसर में ही निभाने को लेकर एक स्वर हैैं। इसके लिए डा. तिवारी के सेलफोन पर पूरे दिन काल आती रही। तमाम लोग मिलने भी आए लेकिन स्वास्थ्य कारणों से वे चुुनिंदा लोगों से ही मिले। 

कैश रूम में बाबा का तीन पहर पूजन  

बाबा की पंचवदन चल रजत प्रतिमा की रानी भवानी परिसर के प्रथम तल स्थित कैश रूम में तीन पहर पूजा-अर्चना की गई। इसके लिए महंत डा. तिवारी द्वारा नियुक्त पुजारी पूजन व भोग की सामग्री लेकर मंदिर गए। गेस्ट हाउस में बसेरा और घर गृहस्थी के सामान मलबे में होने से मंदिर प्रशासन की ओर से महंत परिवार को भोजन भेजा गया। हालांकि डा. तिवारी ने भोजन के बजाय फलाहार ही ग्रहण किया। उनकी दृढ़ता देखते हुए स्वजनों ने इसकी व्यवस्था की।


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