Move to Jagran APP

बलिया में गंगा नदी के कटान को रोकने की कवायद तेज, सेतु की लम्बाई बढ़ाने का फैसला

टीम का नेतृत्व कर रहे सेतु निगम के महाप्रबंधक सुनील श्रीवास्तव ने बताया कि सेतु का निर्माण कार्य शीघ्र आरंभ होगा। टीम ने गंगा तट शिवपुर इलाके का औचक निरीक्षण कर अधीनस्थ कर्मचारियों से आवश्यक जानकारी हासिल की। वहां उपस्थित पीडि़तों से गंगा के कटान के बारे में पूछतछ की।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Sat, 26 Dec 2020 08:30 AM (IST)Updated: Sat, 26 Dec 2020 08:30 AM (IST)
बलिया में गंगा नदी के कटान को रोकने की कवायद तेज, सेतु की लम्बाई बढ़ाने का फैसला
टीम ने गंगा तट शिवपुर इलाके का औचक निरीक्षण कर अधीनस्थ कर्मचारियों से आवश्यक जानकारी हासिल की।

बलिया, जेएनएन। बाढ़ प्रभावित इलाकों में गंगा के कटान को रोकने की कवायद तेज हो गई है। इस क्रम में सेतु निगम की उच्चस्तरीय टीम ने शुक्रवार को बाढ़ व कटान वाले क्षेत्रों का जायजा लिया। इस दौरान यह तय किया गया कि उत्तर-प्रदेश की सीमा में प्रस्तावित सेतु की लंबाई का विस्तार किया जाएगा जबकि पड़ोसी राज्य बिहार की सीमा में लंबाई कम की जाएगी। इस संबंध में प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।

loksabha election banner

टीम का नेतृत्व कर रहे सेतु निगम के महाप्रबंधक सुनील श्रीवास्तव ने बताया कि सेतु का निर्माण कार्य शीघ्र आरंभ होगा।  टीम ने गंगा तट शिवपुर इलाके का औचक निरीक्षण कर अधीनस्थ कर्मचारियों से  आवश्यक जानकारी हासिल की। वहां उपस्थित पीडि़तों से गंगा के कटान के बारे में पूछतछ की।  कर्मचारियों को  बिहार साइड से सेतु की लंबाई कम करने और उत्तर प्रदेश साइड की ओर यह लंबाई बढ़ाने के लिए निर्देशित किया।

महाप्रबंधक ने मातहत अभियंताओं से कहा कि यदि कोई दिक्कत आ रही है तो विमर्श कर सेतु निर्माण की दिशा में अविलंब कार्रवाई शुरू करें। कहा कि कटान के चलते उत्तर प्रदेश साइड से बनने वाला सेतु का प्रथम पिलर का स्थान गंगा नदी में चला गया है।  उत्तर प्रदेश की सीमा में सेतु की लंबाई 300 मीटर बिहार क्षेत्र से अधिक बढ़ाई जाएगी। इसका प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है। इस फैसले से पीडब्ल्यूडी विभाग को अवगत करा दिया गया है। अनुमति मिलते ही कार्य आरंभ करा दिया जाएगा। महाप्रबंधक ने बताया कि बिहार सरकार की ओर से एनओसी मिल चुकी है। टेंडर की प्रक्रिया चल रही है। कटान के कारण कुछ तकनीकी समस्याएं भी आई हैं। अब विलंब नहीं होगा। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.