राजवैद्य पं. शिवकुमार शास्त्री का निधन, मणिकर्णिकाघाट पर हुई अंत्येष्टि
राजवैद्य पंडित शिवकुमार शास्त्री का उनके सुडिय़ा स्थित आवास पर निधन हो गया, 86 वर्षीय राजवैद्य एक सप्ताह से अस्वस्थ चल रहे थे, शाम चार बजे अंतिम सांस ली।
वाराणसी, जेएनएन । ख्यात आयुर्वेदाचार्य राजवैद्य पंडित शिवकुमार शास्त्री का शनिवार को उनके सुडिय़ा स्थित आवास पर निधन हो गया। लगभग 86 वर्षीय राजवैद्य एक सप्ताह से अस्वस्थ चल रहे थे और शाम चार बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। इसके साथ बनारसीपन की एक मजबूत कड़ी टूट गई। रात में अंतिम यात्रा निकाली गई और मणिकर्णिका घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। बड़े पुत्र डा. समीर शास्त्री ने मुखाग्नि दी। उनके निधन की सूचना आम होने के साथ अंतिम दर्शन के लिए नगर के विशिष्टजनों का तांता लग गया। मंत्री डा. नीलकंठ तिवारी समेत विभिन्न क्षेत्रों से लोग श्रद्धांजलि देने घर और घाट पर पहुंचे। सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव, उनकी पत्नी साधना यादव और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने फोन पर परिवारीजनों को सांत्वना दी।
जंग-ए-आजादी से लेकर गीत-संगीत तक से प्रीत : नौ पीढिय़ों से आयुर्वेद चिकित्सा विधा की प्राचीन परंपरा संभाले राजवैद्य पं. शिव कुमार शास्त्री ने जंग-ए-आजादी में भाग लिया तो स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान बहुत से क्रांतिकारी उनके आवास में रहे। बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी पंडित जी रंग कर्म के साथ संगीत में भी दक्ष थे।
देश की जानी मानी हस्तियां भी लेती थीं स्वास्थ्य सलाह : राजवैद्य पं. शास्त्री की सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव परिवार से खूब घनिष्टता थी। मुलायम सिंह 80 के दशक में चौधरी चरण सिंह के लिए खुद औषधि लेने उनके पास आते थे। उनकी दक्षता देख उन्होंने वैद्य जी को गुरु मान लिया और किसी भी शारीरिक तकलीफ पर सलाह जरूर लेते। उनके समेत देश की जानी मानी हस्तियां भी उनसे स्वास्थ्य सलाह लेती थीं। उनके आवास पर पूर्व पीएम राजीव गांधी, पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह समेत विभिन्न देशों के राजदूत आते रहते थे।