दशाश्वमेध मछली मंडी 22 सितंबर को जाएगी रत्नाकर मार्केट, नई जगह को लेकर दुकानदारों में असमंजस
वाराणसी में दशाश्वमेध घाट रोड पर लगने वाली मछली मंडी को रत्नाकर मार्केट स्थानान्तरित करने की कवायद तेज हो गई है।
वाराणसी, जेएनएन। दशाश्वमेध घाट रोड पर लगने वाली मछली मंडी को स्थानान्तरित करने की कवायद तेज हो गई है। इसे लेकर वाराणसी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष राहुल पांडेय व नगर आयुक्त गौरांग राठी ने बुधवार को मौका-मुआयना किया। तय किया गया कि दशाश्वमेध मछली मंडी 22 सितंबर को रत्नाकर मार्केट में शिफ्ट कर दी जाएगी।
हालांकि, इससे मछली मार्केट के दुकानदार संतुष्ट नहीं है, क्योंकि उनका कहना है कि जिस जगह पर मार्केट बसाया जा रहा है वहां पास में ही पार्क है। इसके ठीक सामने एक स्कूल प्रबंधन भी मछली मार्केट खोले जाने का अंदरखाने विरोध कर रहे हैं। ऐसे में दुकानदारों को यह ङ्क्षचता सता रही है कि बाद में उनके धंधे के साथ किसी तरह की कोई परेशानी न खड़ी हो जाए। ऐसा होने से रोजी-रोटी पर असर पड़ेगा। दरअसल, दुकानदारों का आरोप है कि रत्नाकर मार्केट जिस जमीन पर बनाया गया है, वहां सामने एक स्कूल के संचालक की ओर से पार्क के लिए दिया गया था। अब स्कूल संचालक की ओर से यह कहकर विवाद खड़ा किया जा रहा है कि उन्होंने जमीन पार्क के लिए दिया था, न कि मछली मंडी बनाने के लिए दिया। इसको लेकर दुकानदारों में असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गयी है। रत्नाकर मार्केट में नंबरिंग के आधार पर अभी तक 51 दुकानों का निर्माण कराया गया है। नगर आयुक्त गौरांग राठी व वीडीए उपाध्यक्ष राहुल पांडेय ने मंडी समिति व दुकानदारों को बुधवार को रत्नाकर मार्केट में बात करने के लिए बुलाया था। इस दौरान मौके पर उम्मीद से ज्यादा भीड़ आ गयी। भीड़ में शामिल लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग को तार-तार करने की कोशिश की तो इन दोनों ही अधिकारियों ने चेताया। बाद में पहल करके सभी को पीछे हटाया और हर हाल में सामाजिक दूरी का पालन करने की नसीहत दी। वहीं रत्नाकर मार्केट के बाहर गंदगी से भी दोनों अधिकारियों का सामना हुआ। सफाईकर्मियों द्वारा मौके पर साफ-सफाई नहीं की गयी थी। वहां पर गंदगी व गंदा पानी जमा था।