दलित उद्यमी वाराणसी में 40 स्थानों पर लगाएंगे नई इकाइयां, तीन दिवसीय प्रदर्शनी ट्रेड फैसिलिटी सेंटर में
दलित इंडियन चैंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री (डिक्की) के फाउंडर चेयरमैन मिलिंद कांबले ने कहा कि एसएसी-एसटी उद्यमियों को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने तमाम योजनाएं चला रखी हैं। तीन दिवसीय प्रदर्शनी बड़ालालपुर स्थित टीएफसी (ट्रेड फैसिलिटी सेंटर) में लगाई जा रही है।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। दलित इंडियन चैंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री (डिक्की) के फाउंडर चेयरमैन मिलिंद कांबले ने कहा कि एसएसी-एसटी उद्यमियों को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने तमाम योजनाएं चला रखी हैं। योजनाओं का लाभ सभी उद्यमी लें सके इसके लिए तीन दिवसीय प्रदर्शनी बड़ालालपुर स्थित टीएफसी (ट्रेड फैसिलिटी सेंटर) में लगाई जा रही है।
यह प्रदर्शनी गुरुवार 30 दिसंबर से लेकर एक जनवरी तक चलेगा। प्रदर्शनी में एससीएसटी के सौ से अधिक उद्यमी अपना स्टाल लगाएंगे। इन स्टाल के माध्यम से वह आधुनिक टेक्नालाजी के बारे में जानकारी देंगे। उन्होंने बताया कि शहर में चालीस स्थानों पर ऐसे मशीन लगाए जाएंगे जिनमे प्लास्टिक की बोतलें डाल सकेंगे। सभी नयी इकाइयां ज्यादातर घाट के किनारे लगायी जाएंगी। इन इकाइयों के लगने से लोग प्लास्टिक की बोतलें इसमें डाल सकेंगे। प्रदर्शनी के माध्यम से सरकार की एससी-एसटी योजनाओं के बारे में बताया जाएगा। देश-प्रदेश में कई ऐसे उद्यमी हैं जिनको इन योजनाओं के बारे में जानकारी नहीं है। दलित सिर्फ नौकरियों में ही नहीं व्यापार, ठेकेदारी, डिलरशिप और अन्य सभी स्टार्टअप में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है।
स्टैंडअप इंडिया स्कीम के तहत (10 हजार से लेकर एक करोड़ तक का लोन आईएफसीआई स्कीम (पांच करोड़ तक का लोन) मुद्रा लोन, प्रधानमंत्री बेरोजगार योजना, मुख्यमंत्री बेरोजगार योजना, स्टार्ट फंड फार यूथ के तहत दलित उद्यमियों को सरकार की मदत से लोन दिलाया है। इन योजनओं के अंतर्गत उत्तर प्रदेश से 250 लोगों को एक दम नीचे से उठाकर एक-एक करोड़ का बिजनेस फाइनेस कराकर करोडपति बनाने का काम किया है। पेट्रोल पंप, डिलरशिफ टैंकर, ठेकेदारी यहां तक कि राज्य सरकार की महत्वपूर्ण परियोजना पूर्वचल एक्सप्रेस वे, नेशनल हाइवे तक में दलितों की भागीदारी सुनिश्चित हुई है। इसका शुभारंभ प्रदेश के एमएसएमई मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह करेंगे। इसमें दलित उद्यमी अपने उद्यम में बनीं वस्तुओं का विक्रय एवं प्रदर्शन कर सकेंगे। नए लोग योजनाओं के माध्यम से जुड़कर अपना व्यवसाय प्रारंभ कर सकते हैं।