चक्रवात "मोंथा" का प्रभाव समाप्त, शुष्क मौसम संग सुबह धुंध या कोहरे की बढ़ी संभावना
बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात "मोंथा" का असर अब खत्म हो गया है, जिससे मौसम में सुधार हो रहा है। तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई है और अगले एक हफ्ते तक मौसम शुष्क रहने की संभावना है। हालांकि, पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तरी भाग में बादल छा सकते हैं और तापमान में उतार-चढ़ाव हो सकता है। पूर्वांचल में कोहरा छाने की भी संभावना है।

छिछला से मध्यम कोहरा पड़ने की संभावना है, जो दिन चढ़ने के साथ समाप्त हो जाएगा।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। बंगाल की खाड़ी में बने गंभीर चक्रवाती तूफान "मोंथा" के प्रभाव से पिछले सप्ताह प्रदेश में भारी वर्षा के साथ तापमान में अत्यधिक उतार-चढ़ाव देखा गया। कई स्थानों पर अधिकतम तापमान अक्टूबर के लिहाज से न्यूनतम स्तर पर पहुँच गया। वाराणसी में भी पांच डिग्री तक अधिकतम तापमान में कमी आ गई थी।
अब जब इसका प्रभाव समाप्त हो गया है, मौसम धीरे-धीरे साफ़ हो रहा है। पिछले 24 घंटों में प्रदेश के पश्चिमी एवं मध्यवर्ती भागों में अधिकतम तापमान में 3-7°C की उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। आज पूर्वी उत्तर प्रदेश में इसमें 2-4°C की और वृद्धि की संभावना है। इसके बाद तापमान में कोई विशेष परिवर्तन नहीं होने की संभावना है।
प्रदेश में कोई सक्रिय मौसम तंत्र न होने के कारण आगामी एक सप्ताह तक मौसम मुख्यतः शुष्क रहने की संभावना है। हालांकि, 4-5 नवम्बर के दौरान पश्चिमी हिमालयीय क्षेत्र पर पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से प्रदेश के उत्तरी भाग में आंशिक बादलों की आवाजाही संभावित है। इससे आगामी 48 घंटों में न्यूनतम तापमान में लगभग 2°C की गिरावट के बाद अगले 48 घंटों में 2°C की वृद्धि और फिर 2-3°C की क्रमिक गिरावट आने की संभावना है।
इस दौरान 3-4 नवम्बर की सुबह पूर्वांचल एवं प्रदेश के उत्तरी तराई इलाकों में कहीं-कहीं छिछला से मध्यम कोहरा पड़ने की संभावना है, जो दिन चढ़ने के साथ समाप्त हो जाएगा। इस प्रकार, प्रदेश में मौसम की स्थिति में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है, जिससे नागरिकों को राहत मिलेगी। मौसम विभाग की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार अब कोहरे और धुंध का दौर शुरू हो सकता है।

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