वाराणसी में बढ़ती मांग से कदमताल नहीं कर पा रही साइकिल, आपूर्ति बन रही बाधा
वाराणसी में साइकिल कारोबार में इजाफा देखा जा रहा है। कारोबारियों की मानें तो बनारस में 15-20 फीसद तक व्यवसाय में वृद्धि हुई है। हालांकि मांग के अनुरुप आपूर्ति कम है।
वाराणसी, [सौरभ चंद्र पांडेय]। कोरोना महामारी के कारण इन दिनों लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ी है। लोग तरह-तरह से अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने में जुटे हैैं। इस कारण लोगों में साइकिलिंग का क्रेज बढ़ गया है। ऐसे में साइकिल कारोबार में इजाफा देखा जा रहा है। कारोबारियों की मानें तो बनारस में 15-20 फीसद तक व्यवसाय में वृद्धि हुई है। हालांकि मांग के अनुरुप आपूर्ति कम है।
फैंसी साइकिलों की अधिक है मांग
व्यापारियों ने बताया कि मध्यम वर्ग से ऊपर की श्रेणी वाले ग्राहकों में फैंसी साइकिलों की मांग सबसे ज्यादा है। लेकिन मांग के अनुरुप दुकानों में साइकिलें उपलब्ध नहीं हैैं। पुराने मॉडल की साइकिलों की पर्याप्त उपलब्धता हैैं लेकिन इस वर्ग के ग्राहक उसमें रूचि नहीं दिखा रहे हैैं। नए मॉडल में मोटे टायर और एकदम पतले टायर वाली साइकिलों की खूब डिमांड है।
कोरोना के कारण कम है आवक
साइकिल बनाने वाली कंपनियां हीरो और टीआई हैैं, जो लुधियाना, मद्रास और दिल्ली में हैैं। यहां ज्यादातर काम करने वाले कर्मचारी यूपी और बिहार से हैैं। लॉकडाउन के कारण जब कंपनियां बंद हुईं तो कर्मचारी अपने-अपने घर रवाना हो गए। ऐसे में वहां निर्माण कम हो गया है। जिसका असर आयात पर देखा जा रहा है। वहीं साइकिल की एसेसरीज व अन्य पार्ट के भी आयात बेहद कम हो गए हैं।
तेल की बढ़ती कीमतों और बंद जिम से भी कारोबार में आई तेजी
वैसे तो हर वर्ष अप्रैल से अगस्त तक साइकिल का कारोबार बूम पर रहता था। लेकिन कोरोना के कारण इस बार स्कूल-कॉलेज बंद है। इसके कारण व्यवसाय में थोड़ी नरमी दिखी। तभी बढ़ती तेल की कीमतों ने इसे संभाल लिया। कहा जाए तो 5-10 फीसद ऐसे ग्राहक हैं जो पहले दो-चार किमी जाने के लिए बाइक का प्रयोग करते थे। वे अब साइकिल का प्रयोग कर रहे हैैं। वहीं महामारी के कारण जिम बंद चल रहे हैैं। ऐसे में कुछ वर्ग ऐसा भी है जो शौकिया सुबह और शाम के वक्त साइकिलिंग कर अपने को फिट रख रहा है।
क्या बोले व्यापारी
साइकिल विक्रेता तरूण केशरवानी का कहना है कि लोगों में साइकिलिंग के प्रति रूचि बढ़ी है। जिसका असर व्यवसाय पर दिख रहा है। कंपनी से माल उपलब्ध नहीं हो पा रहा है जिससे ग्राहक लौट रहे हैैं। कारोबारी सुशील कुमार गुप्ता का कहना है कि फैंसी साइकिलों की बाजार में खूब मांग हो रही है। बच्चों के साथ-साथ बड़े भी फैंसी साइकिल खरीद रहे हैैं। कोरोना के कारण निर्माण बंद होने से आयात कम है। साइकिल विक्रेता सतीश ने बताया कि टीआई कंपनी के सभी ब्रांड को ग्राहक तरजीह दे रहे हैैं। खासतौर से पुरुषों मोटे टायर और महिलाएं पतले टायर वाले साइकिलें देख रहीं हैैं।