Varanasi: सैलानियों की भीड़ को निशाना बना रहे साइबर ठग, होटल और गेस्ट हाउस बुकिंग के नाम पर हो रहा है फ्रॉड
साइबर ठग होटल गेस्ट हाउस लाज के नाम से फर्जी एकाउंट बनाकर अच्छे होटलों गेस्ट हाउस के कमरों आदि की फोटो लगाते हैं। कमरों की उपलब्धता कम रुपयों में दिखाते हैं। ऐसे में सैलानी इनके झांसे में आसानी से आ जा रहे हैं।
जागरण संवाददाता, वाराणसी: बनारस के प्रति दुनिया भर के सैलानियों के आकर्षण का फायदा साइबर ठग उठा रहे हैं। प्रसिद्ध होटल, गेस्ट हाउस, लाज के नाम पर फेक एकाउंट बनाकर आनलाइन कमरा बुक के नाम पर रुपये ऐंठ रहे हैं। सैलानी जब इस शहर में पहुंचता है तो ठगी की जानकारी होती है। उसके रुपये भी जाते हैं तो कमरे के लिए भटकना भी पड़ता है।
इस तरह की शिकायतें आए दिन आ रही हैं। इससे होटल, गेस्ट हाउस, लाज संचालक भी परेशान हो रहे हैं। श्री काशी विश्वनाथ कारिडोर के बनने के बाद तो सैलानियों का आकर्षण खूब बढ़ा है। हालत यह है कि इस शहर में बड़ी संख्या में होटल, लाज, गेस्ट हाउस, पेइंग गेस्ट हाउस, धर्मशाला हैं लेकिन अक्सर इनमें कमरे मिल पाना संभव नहीं होता है। लोग कमरों की उपलब्धता के आधार पर यहां के लिए अपना टूर प्लान करते हैं। सैलानियों की इस भीड़ को ही साइबर ठग निशाना बना रहे हैं।
सैलानियों को लुभाते हैं ठग
साइबर ठग होटल, गेस्ट हाउस, लाज के नाम से फर्जी एकाउंट बनाकर अच्छे होटलों, गेस्ट हाउस के कमरों आदि की फोटो लगाते हैं। कमरों की उपलब्धता कम रुपयों में दिखाते हैं। ऐसे में सैलानी इनके झांसे में आसानी से आ जा रहे हैं। रूम बुकिंग के नाम पर रुपये साइबर ठगों के एकाउंट में डालकर अपने टूर प्लान के मुताबिक बनारस आते हैं तो उनको ठगी की जानकारी होती है।
सैलानियों संग हो रहा विवाद
साइबर ठगों की हरकतों से सैलानी के साथ होटल, गेस्ट हाउस व्यापारी भी परेशान हो रहे हैं। सैलानी बुकिंग की फर्जी स्लिप लेकर उनके पास पहुंचता है। जब उसे जानकारी होती है कि वह ठगी का शिकार हुआ है तो होटल कर्मचारियों के साथ विवाद करता है। ऐसी घटनाएं आए दिन हो रही हैं।