गाजीपुर का लाल आतंकी मुठभेड़ में शहीद, परिवार में मचा कोहराम
सीआरपीएफ की 116वीं बटालियन में तैनात सदर कोतवाली क्षेत्र के जैतपुरा आदर्श गांव निवासी महेश कुशवाहा अनंतनाग में शहीद
गाजीपुर, जेएनएन। जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में बुधवार की शाम आतंकी हमले में नगर कोतवाली के जैतपुरा निवासी सीआरपीएफ जवान महेश कुशवाहा के शहीद होने की खबर लगते ही उनके परिवार में कोहराम मच गया। जवान की पत्नी निर्मला की हालत इस कदर खराब हुई कि उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गमगीन माहौल के बीच मौके पर जुटे लोगों में पाक की इस कायराना हरकत को लेकर काफी आक्रोश है।
जवान के शहीद होने की सूचना परिजनों को बुधवार की रात करीब 10 बजे अधिकारियों ने दी क्षेत्र में मातम पसर गया। पति की शहादत की खबर सुनते ही पत्नी निर्मला बेहोश हो गईं। हालत ज्यादा खराब होता देख लोग निर्मला को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। वहां फिलहाल उनका गंभीर हाल में इलाज चल रहा है। उधर, मां रामदुलारी बेसुध पड़ी हुई हैं। सदर एसडीएम सूरज कुमार शहीद के घर पहुंचे।
बताया कि देर रात तक पार्थिव शरीर आने की संभावना है। मौके पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। शहीद महेश के पिता गोरखनाथ कुशवाहा की हालत पहले से ही खराब है। नगर के एक निजी अस्पताल में हार्ट अटैक आने के बाद उनका इलाज चल रहा है। अभी तक वो अपने लाल के शहादत से बेखबर हैं। शहीद महेश को पांच वर्षीय पुत्र आदित्य तथा तीन वर्ष की एक पुत्री प्रियल है। आदित्य अपने पापा के लिए बिलख रहा है, जबकि पुत्री इन सबसे अंजान कभी इधर तो कभी उधर सिर्फ अपनी दादी और अन्य महिलाओं का एक टक मुंह ताक रही है।
गाजीपुर पहुंचा शहीद का पार्थिव शरीर
शहीद सीआरपीएफ के जवान महेश कुशवाहा का पार्थिव शरीर गुरुवार की देर रात उनके पैतृक गांव जैतपुरा पहुंचा तो कोहराम मच गया। बड़ी संख्या में वहां मौजूद लोगों ने पुष्प अर्पित कर जवान का श्रद्धांजलि दी। इस दौरान युवा महेश कुशवाहा अमर रहे, पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे भी लगा रहे थे। वहीं जिला प्रशासन के जिम्मेदारी अधिकारी भी डटे रहे। पूर्व केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा देर शाम शहीद महेश कुशवाहा के घर पहुंचे। उन्होंने परिजनों का ढांढस बंधाते हुए हर संभव मदद देने का भरोसा दिया।
मनोज सिन्हा को देखकर परिजन उनसे लीपट कर रोने-विलखने लगे। अस्पताल से लौट रही शहीद की पत्नी निर्मला से भी उन्होंने रास्ते में मुलाकात की। भरोसा दिया कि पूरा देश आप लोगों के साथ है। सरकार की तरफ से दी जाने वाली आर्थिक मदद को यथा शीघ्र पहुंचाया जाएगा। वहीं शहीद के पार्थिव शरीर के साथ प्रदेश सरकार के मंत्री निलकंठ तिवारी भी पहुंचे। शहीद के घर विभिन्न दलों के नेताओं का आना-जाना लगा रहा।
बाबतपुर एयरपोर्ट पर दी गई श्रद्धांजलि
शहीद सीआरपीएफ के जवान महेश कुशवाहा का पार्थिव शरीर गुरुवार को रात 8 बजे वाराणसी के एलबीएस इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एयर इंडिया के विमान एआई 427 लाया गया। एयरपोर्ट के कार्गो कांप्लेक्स में शहीद का पार्थिव शरीर आने से पहले ही सीआरपीएफ और सीआईएसएफ के अधिकारी और जवान पहुंच गये थे। शहीद जवान का पार्थिव शरीर जब बाहर आया तो कार्गो कांप्लेक्स के समीप शहीद के पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई।
अधिकारियों ने बताया कि अनंतनाग में बुधवार को आतंकियों ने सीआरपीएफ की पेट्रोलिंग पार्टी पर अंधाधुंध गोलियां बरसाने के साथ ही ग्रेनेड से हमला कर दिया था। हमले में सीआरपीएफ के 116 बटालियन के जवान महेश कुशवाहा के साथ चार अन्य जवान भी घायल हो गए थे, जिनको इलाज के लिये हास्पिटल में ले जाया गया जहां पांचों जवान शहीद हो गए। महेश कुशवाहा गाजीपुर जिले के सदर कोतवाली थाना क्षेत्र के जैतपुरा गांव के निवासी थे वे 2010 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे।
एयरपोर्ट पर राज्य मंत्री नीलकंठ तिवारी, सीआरपीएफ के डीआईजी जे राजेंद्रम, कमांडेंट एनपी सिंह, द्वितीय कमान अधिकारी हरिओम सागर, सीआईएसएफ के कमांडेंट सुब्रत झा, एसपीआरए, एसपी प्रोटोकॉल, एसडीएम पिंडरा, सीओ सैदपुर रामबहादुर सिंह, एसडीएम सैदपुर वेद प्रकाश मिश्रा सहित अन्य अधिकारियों और जवानों ने श्रद्धांजलि दिया। उसके बाद पार्थिव शरीर को लेकर सीआईएसएफ के असिस्टेंट कमांडेंट संजीत कुमार शहीद के गृह जिले लेकर गए।
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