Move to Jagran APP

असलहा तस्कर की हत्या में शूटर गिरफ्तार, अगस्त 2017 में हुई थी वारदात

वाराणसी में डेढ़ साल पहले बिहार के असलहा तस्कर पिंकू अंसारी की हत्या के मामले में फरार 25 हजार के इनामी अपराधी इमरान को क्राइम ब्रांच ने पकड़ लिया।

By Edited By: Published: Fri, 11 Jan 2019 07:32 PM (IST)Updated: Fri, 11 Jan 2019 07:33 PM (IST)
असलहा तस्कर की हत्या में शूटर गिरफ्तार, अगस्त 2017 में हुई थी वारदात
असलहा तस्कर की हत्या में शूटर गिरफ्तार, अगस्त 2017 में हुई थी वारदात

वाराणसी,जेएनएन। डेढ़ साल पहले बिहार के असलहा तस्कर पिंकू अंसारी की हत्या के मामले में फरार 25 हजार रुपये के इनामी अपराधी इमरान को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया। उसे गुरुवार रात मुठभेड़ में पकड़ा गया। उसके पास हथियार भी मिला है। क्राइम ब्रांच प्रभारी विक्रम सिंह गुरुवार रात छावनी क्षेत्र में नेहरू पार्क के पास थे तभी सूचना मिली कि बिहार के असलहा तस्कर आसिफ अंसारी उर्फ पिंकू की हत्या में वांछित 25 हजार रुपये का इनामी बदमाश इमरान कोई वारदात अंजाम देने की फिराक में फुलवरिया क्रासिंग की तरफ जा रहा है।

loksabha election banner

कैंट पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच ने घेराबंदी की तो इमरान पुलिस पर फायर करते हुए भागने लगा। पुलिस ने भी फाय¨रग के बाद इमरान को घेरकर पकड़ लिया। उसके पास प्वाइंट 32 बोर का पिस्टल और कारतूस मिले। वह चौक में छत्तातले का रहने वाला है। गिरफ्तारी में क्राइम ब्रांच प्रभारी विक्त्रम सिंह, प्रदीप यादव, सुमंत सिंह, पुनदेव सिंह, घनश्याम वर्मा, रामभवन यादव, रमेश तिवारी, श्यामलाल गुप्ता, रामबाबू, चंद्रसेन सिंह, कुलदीप सिंह और सुनील राय शामिल रहे। पिंकू हत्याकांड में छह हो चुके बंद -मकबूल आलम रोड निवासी असलहा तस्कर गिरोह के सरगना अभिषेक सिंह उर्फ प्रिंस के घर में नौ अगस्त 2017 की रात बिहार में भभुआ के आसिफ अंसारी उर्फ पिंकू की गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी।

असलहा तस्करी के ही विवाद में कत्ल हुआ था। उस घटना में क्राइम ब्रांच ने सबसे पहले पिछले साल एक जून की रात दो शूटरों कल्लू शर्मा और बीरू तिवारी को गिरफ्तार किया था। पांच जून को मुठभेड़ में 15-15 हजार के इनामी सादिक और जावेद को दबोच लिया। फिर एक जुलाई को अभिषेक उर्फ प्रिंस को भी पकड़ लिया गया जिसके घर में हत्या की गई थी।

वकालत की आड़ में पिस्टल तस्करी -अभिषेक उर्फ प्रिंस के बारे में पुलिस का कहना है कि वह वकालत की आड़ में गिरफ्तार अपराधियों के साथ लंबे समय से हथियारों की तस्करी कर रहा था। वह बिहार के मुंगेर से 13 हजार रुपये में पिस्टल मंगाकर यहां 25 से 30 हजार में बेचता था। पुलिस पर धौंस जमाने के लिए कभी-कभार काला कोट पहनकर कचहरी में बेवजह टहलता था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.