क्राइम ब्रांच की टीम धमकी यूपीसीए दफ्तर, एडीजे ने दर्ज कराया था धोखाधड़ी का मुकदमा
चंदौली में उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (यूपीसीए) पदाधिकारियों के खिलाफ दर्ज मुकदमे की पड़ताल करने क्राइम ब्रांच की टीम यूपीसीए आफिस पहुंची।
चंदौली, जेएनएन। उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (यूपीसीए) पदाधिकारियों के खिलाफ दर्ज मुकदमे की पड़ताल को शनिवार को क्राइम ब्रांच की टीम एसोसिएशन के कानपुर दफ्तर धमकी। जरूरी अभिलेखों को कब्जे में लिया और पदाधिकारियों के बयान दर्ज किए। इस दौरान कार्यालय में अफरा तफरी की स्थिति हो गई थी। कर्मचारियों के चेहरे पर क्राइम ब्रांच की टीम को देखकर भय साफ नजर आ रहा था। परिवार न्यायाधीश व एडीजे रमेश कुमार यादव ने एसो. के सचिव डा. युद्धवीर सिंह, दीपक शर्मा समेत अन्य पदाधिकारियों के विरुद्ध 13 मार्च को सदर कोतवाली में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप लगाया था उनके पुत्र त्रिवेश यादव का यूपीसीए की ओर से कूच बिहार ट्राफी टीम के लिए चयन किया गया। लेकिन मैच जीतने के बाद त्रिवेश को न तो विजेता खिलाड़यिों की तरह र्सिटफिकेट दिया गया और नहीं घोषित पुरस्कार की राशि प्रदान की गई। इस प्रकार एसोसिएशन के पदाधिकारियों की ओर से करीब तीन लाख रुपये से अधिक धनराशि गबन कर ली। सदर कोतवाली के बाद मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई थी। न्यायाधीश समेत उनके पुत्र का बयान दर्ज करने के बाद क्राइम ब्रांच की टीम यूपीसीए दफ्तर पहुंची। आरोपित पदाधिकारियों से पूछताछ की, वहीं विस्तृत परीक्षण को कुछ अभिलेखों को भी कब्जे में ले लिया। 'क्राइम ब्रांच की टीम को कानपुर भेजा गया था। टीम आरोपित पदाधिकारियों का बयान दर्ज करने के साथ ही कुछ अभिलेख लेकर आई है। मामले की छानबीन की जा रही है। ताकि उचित कार्रवाई की जा सके।
-संतोष कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक।