बटुकों ने बांधी धोती, उठाया बल्ला और फिर चौका छक्का के बीच संस्कृत में कमेंट्री
संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के मैदान में अनोखी क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन मंगलवार को किया गया जिसमें ड्रेस धोती कुर्ता था तो कमेंट्री संस्कृत में हुई।f
वाराणसी, जेएनएन। वेद और पुराण के अध्ययन करने वाले बटुकों ने मंगलवार को खेल मैदान पर भी अपना जौहर दिखाया। सभी खिलाडिय़ों ने धोती पहनी थी और त्रिपुंड लगाया हुआ था। इसके पीछे मतलब था कि संस्कृत में पठन- पाठन करने वाले बटुकों को खेल का भी ज्ञान हो ताकि मानसिक विकास होने के साथ उनका शारीरिक विकास हो।
संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय पर मंगलवार को शास्त्रार्थ महाविद्यालय के 75 वर्ष पूरा होने पर पांच संस्कृत विद्यालयों की टीमों ने हिस्सा लिया। फाइनल मैच में मुद्राक्षेपणम (टॉस ) जीत कर पहले शास्त्रार्थ ब के फलत धारको(बल्लेबाजों) ने आठ षडावधि: (ओवर) में 67 धावनांक (रन) बनाए। जवाब में ब्रहाावेद विद्यालय की टीम ने कुछ ओवर पहले ही जीत दर्ज कर ली।
मैन ऑफ द मैच मानवेंद्र ने 54 रन बनाए। इन्होंनें शानदार चौके (चतुर्धावानांक) लगाए। धीरज मिश्रा व संजीव तिवारी अंपायर थे। इस मैच की सबसे बड़ी विशेषता रही कि डा. शेषनारायण मिश्रा, डा. राघव शरण मिश्रा व आचार्य विकास दीक्षित ने पूरे मैच की संस्कृत में कमेंट्री की। मैच से पहले कुलपति प्रो. राजाराम शुक्ल, अंतरराष्ट्रीय एथलीट नीलू मिश्रा व काशी विश्वनाथ मंदिर के अर्चक श्रीकांत मिश्रा ने खिलाडिय़ों से परिचय प्राप्त किया। कार्यक्रम के संयोजक डा. गणेश दत्त शास्त्री व पवन शुक्ला थे।