बलिया को देवरिया-गोरखपुर से जोडऩे वाली घाघरा नदी पर बने पुल में दरार, जानलेवा हुआ सफर
बलिया को देवरिया-गोरखपुर से जोडऩे वाली घाघरा नदी पर बने भागलपुर पुल की सड़क फिर से चटकने लगी हैं।
बलिया, जेएनएन। बलिया को देवरिया-गोरखपुर से जोडऩे वाली घाघरा नदी पर बने भागलपुर पुल की सड़क फिर से चटकने लगी हैं। इस पर दरारें चौड़ी हो गई हैं। इससे एकबार फिर भागलपुर पुल पर सफर जानलेवा हो गया है। लगातार भारी वाहनों व ओवरलोड बड़े वाहनों के आवागमन से पुल के आरसीसी स्लैब टूटने लगे हैं और टूटी सड़क से सरिया (लोहे का छड़) बाहर आ गया है। इसके कारण पुल पर छोटे-बड़े दर्जनों गड्ढे हो गए हैं।
बलिया-सोनौली राष्ट्रीय राजमार्ग से तुर्तीपार-भागलपुर जाने वाले पुल की मरम्मत न होने से स्थिति खतरनाक होती जा रही है। पुल के पिच व कंक्रीट के प्लास्टर भी उखडऩे लगे हैं। इससे भागलपुर पुल की मरम्मत कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे हैं। मालूम हो कि करीब साढ़े तीन वर्ष पूर्व ही सेतु निर्माण निगम की ओर से पुल की मरम्मत कराई गई थी। इस दौरान करीब सौ दिन तक लगातार मरम्मत कार्य हुआ था। लगभग तीन माह तक पुल पर भारी वाहनों समेत छोटे वाहनों का आवागमन भी बंद था। उन दिनों पुल के बीच का दो पाया (खंभे) क्षतिग्रस्त हो गए थे और उस स्थान पर पुल का आरसीसी स्लैब भी कुछ नीचे दब गया था। जो पुल के ऊपरी सतह से साफ पता भी चलता है।
पुल की मरम्मत के दौरान इंजीनियरों की मौजूदगी में स्लैब को और नीचे जाने से रोकने के लिए तमाम उपाए किए गए थे किंतु पुल की सड़क की गुणवत्ता को गंभीरता से नहीं लिया गया। मरम्मत में हुई तकनीकी लापरवाही के कारण ही महज तीसरे वर्ष ही एकबार फिर पुल की सड़क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त सी हो गई है।