Coronavirus Varanasi City News Update : 3666 की जांच में मिले केवल 68 कोरोना पाजिटिव
वाराणसी में बीएचयू व मंडलीय अस्पताल लैब से सोमवार को प्राप्त 3666 जांच रिपोर्ट में केवल 68 कोरोना पाजिटिव मिले हैं। होम आइसोलेशन के 100 व अस्पताल में भर्ती आठ मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आने पर उन्हें स्वस्थ घोषित कर दिया गया।
वाराणसी, जेएनएन। बीएचयू व मंडलीय अस्पताल लैब से सोमवार को प्राप्त 3666 जांच रिपोर्ट में केवल 68 कोरोना पाजिटिव मिले हैं। होम आइसोलेशन के 100 व अस्पताल में भर्ती आठ मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आने पर उन्हें स्वस्थ घोषित कर दिया गया। वहीं कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या बढ़ कर अब 15887 हो गई है। इनमें से 14679 मरीज ठीक होकर अपने घर-परिवार में जा चुके हैं। वर्तमान में सक्रिय कोरोना मरीजों की संख्या घटकर रिकार्ड 954 हो गई है। जिले में कोरोना से अब तक कुल 254 मरीजों की मृत्यु हो चुकी है। राहत वाली बात ये रही कि 19 अक्टूबर को कोरोना से कोई मौत दर्ज नहीं हुई।
मंडलीय अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड से फिर भागे संदिग्ध
कबीरचौरा स्थित मंडलीय अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड से दो संदिग्ध मरीज बिना स्वास्थ्य कर्मियों को सूचित किए भाग निकले। अस्पताल की ओर से सोमवार को इसकी सूचना कोतवाली थाने में भेजी गयी है। मंडलीय अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में संदिग्ध मरीज के तौर पर चेतगंज क्षेत्र के 46 वर्षीय व आदमपुर के 52 वर्षीय पुरुष भर्ती हुए थे। शाम को दोनों मरीज व उनके तीमारदार बगैर किसी सूचना के भाग गये। जानकारी होने पर अस्पताल कर्मियों ने इसकी सूचना चिकित्साधिकारी को दी, जिसके बाद मेमो द्वारा कोतवाली पुलिस को सूचित किया गया।
कोरोना विजेता ने 45 दिन में तीन बार किया प्लाज्मा दान
अगर आप में हिम्मत और जज्बा है तो आप के लिए कुछ भी नामुमकिन नहीं। कुछ ऐसी ही कहानी पैगंबरपुर सारनाथ निवासी कोरोना विजेता राजेश गुप्ता की है। कोरोना को मात देने के बाद विगत 45 दिन में उन्होंने तीन बार प्लाज्मा दान किया, ताकि गंभीर कोरोना मरीजों की जान बचाई जा सके। राजेश गुप्ता का कहना है कि कोरोना से अब तक जनपद में 14 हजार से अधिक मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं, वहीं गंभीर मरीजों के लिए प्लाज्मा दान करने वालों का टोटा है। यदि एक फीसद कोरोना विजेता भी प्लाज्मा डोनेट की मुहीम में आगे आएं तो लेवल-थ्री के मरीजों की मृत्यु दर को काफी हद तक कम किया जा सकता है। आमतौर पर लोगों में यह भ्रम है कि प्लाज्मा दान करने से कमजोरी आती है। कहा इसी मिथ्या को दूर करने के लिए मैंने बीएचयू ब्लड बैंक के डाक्टरों की देख-रेख में तीन बार प्लाज्मा दान किया। काशी रक्तदान कुम्भ समिति के फाउंडर सेक्रेटरी के रूप में वे विगत आठ साल से रक्तदान के क्षेत्र में काम करते हुए 35 बार रक्तदान (रक्तदान, प्लेटलेट््स और प्लाज्मा दान) कर चुके हैं। राजेश रोटरी इंटरनेशनल मंडल 3120 के असिटेंट गवर्नर रक्तदान है। जुलाई से अब तक वे 500 यूनिट से अधिक रक्तदान करा चुके हैं।