Coronavirus update Varanasi में सात प्रवासी समेत 14 नए कोरोना पॉजिटिव, संक्रमितों की सख्या 115
वाराणसी में कोरोनावायरस संक्रमितों की संख्या में मंगलवार को भी इजाफा जारी रहा है। रिपोर्ट के अनुसार 14 कोरोनावायरस संक्रमित मिले।
वाराणसी, जेएनएन। वाराणसी में शहरी इलाकों के साथ ही देहात क्षेत्र में भी कोरोना का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को कोरोना के रिकार्ड 14 नए केस सामने आए। इसमें सात शहरी तो सात ग्रामीण इलाके से जुड़े हैं। बीएचयू लैब से कोरोना से संबंधित 59 रिपोर्ट आई जिसमें 14 पॉजिटिव रहीं, शेष निगेटिव।
मौत के गम में डूबे परिवार पर संकट
कोरोना से संक्रमित बीएचयू के पूर्व प्रोफेसर व आयुर्वेदाचार्य की सोमवार को मौत हो गई थी। परिजन गम से उबरे भी नहीं थे कि मंगलवार की रिपोर्ट ने परिवार को संकट में डाल दिया। आयुर्वेदाचार्य के 48 वर्षीय बेटे, 43 वर्षीय बहू, 16 वर्षीय पौत्र और 17 वर्षीय पौत्री की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। शिवाला इलाका पहले से ही हॉटस्पॉट घोषित है। पॉजिटिव आए चारों को स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में एंबुलेंस से अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पेट दर्द होने पर कर्मचारी आया था पकड़ में, अब घर के लोग संक्रमित
अपर स्वास्थ्य निदेशक वाराणसी मंडल के आफिस में कार्यरत चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी बीते 13 मई को मंडलीय अस्पताल पहुंचा था पेट दर्द होने पर। आशंका पर उसकी जांच कराई गई तो वह कोरोना संक्रमित निकला। कर्मचारी के परिजन व चार डॉक्टरों समेत 17 कर्मचारियों की जांच कराई गई। जांच रिपोर्ट में जमालीपुरा, जैतपुरा निवासी कर्मचारी की 30 वर्षीय बहू एवं दो बेटे कोरोना पॉजिटिव निकले।
मुंबई से आए छिप-छिपाकर, निकले कोरोना संक्रमित
कोरोना संक्रमितों में से सात मुंबई व पुणे से आए युवक हैं। पहला केस चोलापुर थाना क्षेत्र के गाडर गांव से जुड़ा है। गाडर का 34 वर्षीय युवक मुंबई में एक सर्जिकल फैक्ट्री में काम करता था। फैक्ट्री बंद होने के कारण आठ मई को गांव के एक युवक के साथ मुंबई से ट्रक से निकला और 11 मई को जौनपुर के थानागद्दी पहुंचा। वहां से लगभग दस किलोमीटर पैदल चलकर गांव आया। घर आने के बाद परिजनों ने उसे समीप के विद्यालय में क्वारंटाइन कराया। सांस लेने में तकलीफ होने पर परिजनों ने उसकी जांच कराई थी। जिलाधिकारी के अनुसार दूसरा केस चौबेपुर के रुस्तमपुर से जुड़ा है। यहां का मूल निवासी 40 वर्षीय युवक 13 मई को ट्रेन से जौनपुर और वहां से बस से वाराणसी आया। तबीयत ठीक नहीं होने पर ईएसआइसी अस्पताल में जांच कराने पहुंचा। ये मुंबई में लेबर का कार्य करता था। तीसरा केस फूलपुर थाना क्षेत्र से जुड़ा है। रतनपुर गांव का 34 वर्षीय युवक मुंबई में यह कारपेंटर का काम करता था। यह पिकअप से मुंबई से वाराणसी वापस आया था। चौथा कोरोना संक्रमित चौबेपुर के लटोनी गांव का 41 वर्षीय मरीज है जो मुंबई में आटो चलाता था। वह ऑटो रिक्शा से ही मुंबई से वाराणसी आया था। चौबेपुर के कैथी गांव निवासी 40 वर्षीय पांचवा मरीज भी आटो चालक था। मुंबई से वाराणसी तक ट्रक से 14 मई को घर आया था। छठा पॉजिटिव केस बड़ागांव के रामपुर बसनी का है। 34 वर्षीय युवक मुंबई की केमिकल फैक्ट्री में काम करता था। काम बंद होने के कारण ट्रक से मुंबई से चला व 14 को वाराणसी पहुंचा था।
कांशीराम आवासीय कालोनी हॉटस्पॉट
सातवां केस धन्नीपुर लोहता से जुड़ा है। 23 वर्षीय गांव निवासी पुणे महाराष्ट्र में मजदूरी करता था। ट्रक से वह 13 मई को वाराणसी पहुंचा। माता-पिता की मौत पहले हो चुकी है। युवक गांव न जाकर शिवपुर स्थित कांशीराम आवासीय कालोनी में बहन के घर चला गया। मंगलवार को वह धन्नीपुर स्थित गांव भी गया था। बहन के यहां आने के साथ सांस लेने में तकलीफ होने पर अपना परीक्षण कराया था।
सात नए हॉट स्पॉट, 20 ग्रीन जोन में
बनारस में कोरोना संक्रमितों की संख्या पहले ही शतक लगा चुकी है, अब हॉट स्पॉट की संख्या भी अद्र्धशतक की ओर बढ़ रही। मंगलवार को सात नए हॉटस्पॉट लोडार, रुस्तमपुर, रतनपुर, लटौनी, कैथी, शिवपुर कांशीराम आवासीय कॉलोनी, रामपुर बसनी समेत अब 48 हॉटस्पॉट हो गए हैं। 48 में से 20 ग्रीन जोन में आ चुके हैं। वर्तमान में एक्टिव हॉटस्पॉट 28 हैं, जिसमें 3 ऑरेंज एवं 25 रेड जोन में हैं। 48 में 17 हॉटस्पॉट ग्रामीण इलाकों में बने हैं।
कोरोना को हराकर अठारहवें दिन परिवार संग लैब सांइटिस्ट लौटीं घर
आइएमएस् बीएचयू की लैब साइंटिस्ट और पोस्ट डॉक्टोरल छात्रा अपने एक साल के बेटे और 66 साल के पिता के साथ कोरोना को परास्त कर वापस लौट आईं हैं। सोमवार को कोरोना की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। इस तरह से अब जिले में संक्रमित 96 में 68 लोगों के ठीक होने और चार मौत के बाद आइसोलेशन वार्ड में इलाज कराने वालों की संख्या केवल 24 रह गई है। इस सकारात्मक पल का अस्पताल के डाक्टर और कर्मचारियों ने ताली बजाकर पोस्ट डॉक्टोरल छात्रा का हौसला बढ़ाया और उनके स्वस्थ जीवन की कामना की। पोस्ट डॉक्टोरल छात्रा के कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद से 1 मई को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया था जबकि उसके 1 साल के बेटे और पिता की रिपोर्ट 3 मई को पॉजिटिव आई थी। सीएमओ डा. वीबी सिंह ने बताया कि सोमवार को सभी की लगातार दो रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हेंं घर भेजा गया। छात्रा और परिजनों के सेहत की देखभाल के लिए चिकित्सकों की टीम को जिम्मेदारी दी गई है।