Corona Infection in Ballia : मजिस्ट्रेट को करिये फोन, नहीं होगी बेड और आक्सीजन की कमी
कोरोना संक्रमितों को समुचित उपचार दिलाने के लिए गठित टीम सक्रिय हो चुकी है। जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रेट की तैनाती के बाद मरीजों को राहत मिलने की उम्मीद बढ़ गई है। मजिस्ट्रेटों के मोबाइल नंबर पर लोग काल भी करने लगे हैं।
बलिया , जेएनएन। कोरोना संक्रमितों को समुचित उपचार दिलाने के लिए गठित टीम सक्रिय हो चुकी है। जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रेट की तैनाती के बाद मरीजों को राहत मिलने की उम्मीद बढ़ गई है। मजिस्ट्रेटों के मोबाइल नंबर पर लोग काल भी करने लगे हैं। बेझिझक अधिकारी लोगों को आश्वस्त कर रहे हैं कि वह किसी समय फोन कर सकते हैं, उन्हें बेड और आक्सीजन की कमी नहीं होगी।
बेझिझक करें काल, कराए जाएंगे उपचार के इंतजाम
जोनल मजिस्ट्रेट दुष्यंत मौर्या ने बताया कि दो-तीन लोग कोविड टेस्ट कराने के बारे में पूछ चुके हैं। उन्हें नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाने की सलाह दी गई। किसी भी मरीज को उपचार में कोई परेशानी आ रही है तो वह बेझिझक संपर्क कर सकता है। उसे हर संभव मदद मुहैया कराई जाएगी।
होम क्वारंटाइन मरीजों को भी दिलाएंगे चिकित्सकीय सुविधा
जोनल मजिस्ट्रेट प्रभुदयाल सिंह ने कहा कि कोरोना संक्रमितों को उपचार में किसी तरह की दिक्कत आ रही हो तो वे मोबाइल पर संपर्क कर सकते हैं। उन्हें मदद की जाएगी। होम क्वारंटाइन में रहने वालों को चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। सीएचसी व पीएचसी पर उपचार संभव नहीं होने पर मरीजों को एल वन व एल टू अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा।
मरीजों के लिए हर पल तैयार, हर हाल में मिलेगा उपचार
रेवती के सेक्टर मजिस्ट्रेट ओमप्रकाश गुप्ता ने कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर घबराने की बजाय उपचार पर ध्यान देना चाहिए। किसी मरीज को दिक्कत हो रही है तो किसी भी समय बात कर सकता है। उसे हर हाल में उपचार की सुविधा दिलाई जाएगी। अस्पताल में भर्ती होने में अड़चन आएगी तो उसे भी दूर किया जाएगा।
सीएचसी-पीएचसी पर व्यवस्था का किया जा रहा आकलन
रसड़ा व चिलकहर के सेक्टर मजिस्ट्रेट संतोष यादव ने कहा कि अभी किसी मरीज ने काल नहीं की है। सीएचसी-चीएचसी पर बेड आदि की व्यवस्था का आकलन किया जा रहा है। मरीजों को बेड व ऑक्सीजन मिलने में कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी।
सुधारे नहीं गए गलत नंबर
प्रशासन ने जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रेट के नाम और मोबाइल नंबर की सूची जारी की है।इसमें कई अधिकारियों के नंबर गलत दर्ज हैं। इसमें संशोधन नहीं होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।