कंटेनमेंट जोन सिविल डिफेंस के जिम्मे हो, पुलिस अफसर अपराध नियंत्रण में दें अधिक समय : मुख्यमंत्री
वाराणसी में समीक्षा बैठक के दौरान कंटेनमेंट जोन सिविल डिफेंस के जिम्मे हो पुलिस अफसर अपराध नियंत्रण में दें अधिक समय पर मुख्यमंत्री ने दिया जोर।
वाराणसी, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की समीक्षा बैठक पूरी तरह कोविड पर केंद्रित रही लेकिन उन्होंने इस दौरान कानून -व्यवस्था पर सख्त आदेश दिए हैं। कहा कि अपराध मुक्त प्रदेश चाहिए। कंटेनमेंट जोन में होमगार्ड, पीआरडी जवान, सिविल डिफेंस व एनसीसी के लोगों की सेवा लें ताकि सिविल पुलिस अपराध नियंत्रण कार्य में अधिक समय दे सके। हालांकि पुलिस अधिकारियों की इस पर निगरानी रहे। अपराधियों पर नकेल कसने के अभियान को जारी रखने के भी संकेत दिए। स्पष्ट किया कि कानून-व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करने वाले कितने ही बड़े क्यों न हों, उसकी जगह जेल होनी चाहिए। गिरोहबंद अपराध हो या अन्य सभी पर सख्ती बरती जाए। गुंडा एक्ट, एनएसए आदि में कार्रवाई करें।
हर हाल में रोकें जेलों में संक्रमण
सीएम ने कोविड संक्रमण को लेकर स्वास्थ्य विभाग व प्रशासनिक अफसरों को अलर्ट किया। संक्रमण नियंत्रण के लिए ठोस कदम उठाने का निर्देश दिया। कहा जेल में संक्रमण रोकने के लिहाज से तत्काल अस्थायी जेल बनाएं। इनमें नए कैदियों को कुछ समय रखने के बाद मुख्य जेल स्थानांतरित किया जाए। फोर्स व पुलिसकॢमयों को संक्रमण से बचाव की दिशा में भी कार्य हो। छुट्टी से वापस आने वाले पुलिसकॢमयों की जांच की जाए, सब ठीक होने पर ड्यूटी पर तैनात किया जाए।
मुफ्त राशन व्यवस्था नवंबर तक
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना में नवंबर तक निश्शुल्क खाद्यान्न की व्यवस्था की गई है। तय पात्रों को समय से राशन सुनिश्चित कराएं। इसकी निगरानी के लिए प्रशासन की ओर से स्थानीय स्तर पर अधिकारियों की तैनाती की जाय।
किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं
आत्म निर्भर भारत अभियान के तहत प्रवासियों के साथ ही स्थानीय निवासियों को भी कार्य मिले। मनरेगा में प्रदेश में रिकार्ड कार्य हुआ है। 65 लाख मानव दिवस एक-एक दिन में सृजित हुए। अधिकारी टीम वर्क में कार्य करें। आपदा के समय किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
पेड हॉस्पिटलों की मनमानी पर लगाम
पेड हास्पिटलों की जांच करें। मनमानी नहीं होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि बनारस महत्वपूर्ण कमिश्नरी है, यहां पर सभी की निगाहें रहती हैं। बेहतर से बेहतर व्यवस्था दें। मुख्यमंत्री ने कांट्रेक्ट ट्रेसिंग व डोर टू डोर सर्वे कर संदिग्धों की जांच पर विशेष जोर दिया। यह कोविड कंट्रोल का बड़ा व महत्वपूर्ण तरीका साबित होगा। बीएचयू व जिला प्रशासन आपसी समन्वय से काम करें। श्री योगी ने कहा कि प्रदेश में 40 लाख प्रवासी आए। जिसमें 23 लाख को रेलवे के सहयोग से घर पहुंचाया गया।
डीएम की ओर से पॉवर प्रजेंटेशन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के सेंट्रल हाल सभागार में रविवार को अपने एक दिवसीय वाराणसी दौरे के दौरान वाराणसी मण्डल के जनपदों में कोविड वैश्विक महामारी के संक्रमण एवं इससे बचाव के साथ ही कोविड मरीजों के इलाज हेतु किए जा रहे कार्यो की विस्तार से समीक्षा की। समीक्षा बैठक में वाराणसी, गाजीपुर, जौनपुर एवं चंदौली के डीएम ने पावर प्रजेंटेशन के माध्यम से अपने जिलों में कोविड वैश्विक महामारी के संक्रमण एवं उससे बचाव तथा मरीजों के बेहतर इलाज के बाबत किए गए व्यवस्थाओं एवं कार्यों का प्रस्तुतीकरण किया। बनारस में 892 कोविड हेल्प डेस्क स्थापित है। कोविड-19 का उल्लंघन करने पर 13 जुलाई से 25 जुलाई तक 62 लाख रुपया जुर्माना वसूला गया है। जौनपुर में ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड के केस ज्यादा मिले। जिसका कारण महाराष्ट्र से आए प्रवासी बताया गया।