CAA विरोध के बहाने दंगा कराने की थी साजिश, बजरडीहा स्थित धर्मस्थल पर 17 दिसंबर को बैठक कर बनाई गई थी योजना
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध प्रदर्शन के बहाने शहर को दहलाने की साजिश 17 दिसंबर को ही रच दी गई थी।
वाराणसी, जेएनएन। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध प्रदर्शन के बहाने शहर को दहलाने की साजिश 17 दिसंबर को ही रच दी गई थी। इसके लिए बाकायदा बजरडीहा स्थित धर्मस्थल पर बैठककर तय किया गया था कि कमच्छा क्षेत्र में एकत्रित होने के बाद सांप्रदायिक धु्रवीकरण कर दंगा करा दिया जाए। यही नहीं एक उच्च शिक्षण संस्थान के आधा दर्जन छात्रों ने बजरडीहा क्षेत्र में लोगों को पोस्टर- बैनर उपलब्ध कराए थे। इसके एवज में इन छात्रों को मोटी रकम भी मिली थी। फिलहाल पुलिस उस मास्टरमाइंड को तलाश रही है जिसने छात्रों को पोस्टर-बैनर के साथ धन मुहैया कराया था। पुलिस को बजरडीहा स्थित धर्मस्थल पर बैठक को संबोधित करने वाले आरोपितों की तस्वीरें व नाम-पते तक मिले हैं। इसका खुलासा पुलिस के हाथ लगे पत्र व फोटो से हुआ है। वहीं, एसएसपी ने भी इसकी पुष्टि की है।
देश से निकालने की बात कहकर भड़काया
बजरडीहा स्थित धर्मस्थल पर 17 दिसंबर को हुई बैठक में एक सौ से अधिक लोग शामिल हुए थे। इस बैठक में बजरडीहा के अलावा मदनपुरा, लल्लापुरा व अलईपुरा से भी लोगों को बुलाया गया था। इस दौरान उन्हें यह कहकर भड़काया गया कि सरकार नए कानून के जरिए मुसलमानों को देश से निकालने की साजिश रच रही है। बैठक में ही तय हुआ था कि सभी लोग कमच्छा में एकत्र होकर आगजनी व मारपीट की घटना को अंजाम देंगे। अमन-चैन के दुश्मनों ने मुसलमानों को दंगा भड़काने के लिए प्रेरित किया था। इस बैठक का नेतृत्व करने को लेकर मोहल्ला लमही सरायसुर्जन निवासी मो. सुल्तान, उसका पुत्र अताऊ के अलावा कुद्दु, अशरफ अली, छेदी, समशू, शमशेर, मुर्सलीम, अंसार, आजाद, बाबू की पुलिस को तलाश है।
फंड व पोस्टर देने वालों की मिली जानकारी
पुलिस का कहना है कि सीएए का विरोध करने के लिए लोगों को पोस्टर व फंड मुहैया कराने वालों के नाम सामने आ गए हैैं। इनमें एक उच्च शिक्षण संस्थान के पांच-छह छात्र शामिल हैैं। अब इनका नेटवर्क खंगालने संग शरण देने और उनका सहयोग करने वालों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस का कहना है कि किसी भी आरोपित को बख्शा नहीं जाएगा।
युवाओं को बनाया निशाना
बजरडीहा में हिंसा को लेकर हुई बैठक में खासकर युवाओं को आगे कर उकसाया गया। प्रदर्शन में भी 90 फीसद युवा ही थे जिनका नेतृत्व क्षेत्र के ही कुछ लोगों ने किया। माहौल बिगडऩे पर नेतृत्व करने वालों ने युवाओं को समझाने का प्रयास किया लेकिन बात नहीं बनी थी।
भगदड़ में एक बालक की हुई थी मौत
19 दिसबंर को जुमे की नमाज के बाद भेलूपुर थाना क्षेत्र के बजरडीहा मेें ङ्क्षहसक प्रदर्शन कर पुलिस पर पथराव भी किया गया था। प्रशासन से जुड़े लोगों का मानना है कि यह तात्कालिक घटना नहीं वरन इसके लिए कई दिनों से ताना-बाना बुना गया था। घटना के दौरान पुलिस ने लाठी भांजकर उपद्रवियों को काबू में किया था। यहां मची भगदड़ में एक बालक की मौत हो गई थी और कई पुलिस कर्मियों समेत दर्जनों लोग घायल हुए थे। इसके बाद पुलिस ने प्रदर्शन और पथराव करने वाले कुछ उपद्रवियों को गिरफ्तार किया लेकिन मुख्य आरोपित हाथ नहीं लग सके जिनकी सरगर्मी से तलाश जारी है। पुलिस ने इस बवाल के वीडियो व सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बवालियों के पोस्टर जारीकर विभिन्न मोहल्लों में चस्पा भी किया था।
एसएसपी प्रभार चौधरी ने कहा कि बजरडीहा स्थित धर्मस्थल पर अराजक तत्वों ने बैठककर कमच्छा में आगजनी व दंगा भड़काने की साजिश की थी। हालांकि पुलिस व प्रशासन की सतर्कता से यह नाकाम हो गई। इसको लेकर पुलिस के पास पुख्ता सुबूत हैं। सभी आरोपितों को चिह्नित भी कर लिया गया है। जल्द उनके मास्टरमाइंड को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।