जयंती पर काशी में काग्रेसजनों ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाधी को किया नमन
वाराणसी में पूर्व प्रधानमंत्री व भारत रत्न राजीव गाधी की जयंती पर काग्रेजनों ने श्रद्धांजलि दी।
वाराणसी : पूर्व प्रधानमंत्री व भारत रत्न राजीव गाधी की जयंती पर काग्रेजनों ने सोमवार को विविध आयोजन किया। काग्रेस कमेटी कि ओर से काग्रेस कार्यालय मैदागिन में राजीव गाधी की याद में संगोष्ठी का आयोजन किया गया है। उप्र युवा काग्रेस की ओर से केरल में आई बाढ़ में सहयोग देने के लिए भिक्षाटन किया। काग्रेस सेवादल की ओर से मंडुआडीह स्थित अवधूत भगवान राम आश्रम में 74 पौधों का रोपण किया गया।
आयोजित कार्यक्त्रमों में वक्ताओं ने कहा कि देश को संचार क्त्राति और कंप्यूटर क्त्राति में अग्रणी बनाने वाले पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाधी की आज 75वीं जयंती है। इक्कीसवीं सदी में भारत को आधुनिकीकरण के पथ पर ले जाने वाले, करोड़ों युवाओं के प्रेरणास्त्रोत, सहिष्णुता, सद्भावना और बलिदान की पहचान, शान्तिदूत तथा राष्ट्र निर्माता, भारत रत्न राजीव गाधी ही थे। राजीव गाधी को भारत में कंप्यूटर क्त्राति लाने का श्रेय दिया जाता है। उन्होंने ना सिर्फ कंप्यूटर को भारतीय घर तक लाने का काम किया बल्कि भारत में इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी को आगे ले जाने में अहम रोल निभाया। देश के छठवें और सबसे युवा प्रधानमंत्री थे। राजीव सिर्फ 40 वर्ष की उम्र में पीएम बन गए थे। राजीव गाधी का जन्म 20 अगस्त 1944 को मुंबई में हुआ था। 21 मई 1991 को आम चुनाव में प्रचार के दौरान तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में एक भयंकर बम विस्फोट में उनकी हत्या कर दी गई। आज वह भले ही हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनका विजन हम सबको आज भी प्रेरणा देता है। राजीव गाधी की प्रारंभिक शिक्षा देहरादून के दून स्कूल से हुई। 1961 में वह लंदन गये और वहा के इम्पीरियल कॉलेज और कैंब्रिज यूनिवर्सिटी से उन्होंने उच्च शिक्षा हासिल की थी। साल 1966 में मा इंदिरा गाधी के प्रधानमंत्री बनने के बाद वे भारत वापस आ गए थे। साल 1984 में इंदिरा गाधी की हत्या के बाद उनके पुत्र राजीव गाधी भारी बहुमत के साथ प्रधानमंत्री बने। राजीव गाधी जी गावो के विकास के हिमायती थे इसी लिए उन्होंने पंचायती राज्य व्यवस्था के जरिये सीधे गावों को फंड मुहैया कराया था। इस मौके पर जिलाध्यक्ष प्रजानाथ शर्मा, काग्रेस सेवादल के अध्यक्ष डा प्रमोद पाडेय, युवा काग्रेस के नीजर त्रिपाठी, आनंद शकर, अजय राय, राघवेंद्र चौबे सीताराम केशरी, शालिनी यादव, दुर्गाप्रसाद गुप्ता, संजय चौबे, जितेंद्र श्रीवास्तव, रामसुधार मिश्र, आदि शामिल थे।