प्रदेश सरकार पर 15 के बाद हमलावर होगी कांग्रेस, प्रियंका गांधी वाड्रा ने सूबे की समस्याओं को कराया सूचीबद्ध
उत्तर प्रदेश की राजनीति में अरसे से हाशिये पर गई कांग्रेस जनाधार बढ़ाने के लिए नए सिरे से कवायद में जुटी है।
वाराणसी, जेएनएन। प्रदेश की राजनीति में अरसे से हाशिये पर गई कांग्रेस जनाधार बढ़ाने के लिए नए सिरे से कवायद में जुटी है। इस कड़ी में फिलहाल जिला व महानगर की 51 कमेटियों के अध्यक्षों की घोषणा कर दी गई है। इस बीच घोषित अध्यक्षों की कमेटियों के गठन शेष जगह अध्यक्षों का चेहरा खोजना नेतृत्व के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है।
इन्हीं चुनौतियों के बीच सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रदेश पदाधिकारियों के साथ मुद्दों को साझा किया। वर्तमान में केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर शुरू 10 दिनी आंदोलन 15 नवंबर को समाप्त होगा। इसके बाद प्रदेश सरकार को घेरने की रणनीति पर काम शुरू होगा।
इसमें सूबे की ज्वलंत समस्याओं मसलन ध्वस्त कानून-व्यवस्था, किसानों की कर्ज माफी, उचित फसल मूल्य, सहकारी समितियों में भ्रष्टाचार, बिजली दरों में वृद्धि, बंद चीनी मिलों को चालू कराना, बुनकरों के सवाल, पीतल और चमड़ा जैसे लघु उद्योगों की समस्याओं को प्रमुखता से उठाया जाएगा। कांग्रेस कार्यकाल में शुरू सिंचाई योजनाओं की बंदी, गन्ना मूल्य में वृद्धि, आवारा पशु, बढ़ती बेरोजगारी, महिला ङ्क्षहसा, शिक्षा का निजीकरण, बंद औद्योगिक इकाइयों को खोलने आदि को भी कांग्रेस जोरशोर से उठाएगी।
बोले पदाधिकारी : कांग्रेस ने केंद्र सरकार की गलत नीतियों के विरुद्ध आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है तो वहीं प्रदेश सरकार को घेरने की भी पर्याप्त रणनीति बन गई है। ज्वलंत मुद्दों को लेकर कांग्रेस जनता के बीच जाएगी। सड़क पर उतर कर आंदोलन करेगी।- अजय राय, सदस्य, प्रदेश कांग्रेस एडवाइजरी कमेटी