हिंदुत्व पर अंगुली उठाने वाले कांग्रेसी संविधान विरोधी और मानसिक रोगी, वाराणसी में बोले संघ के वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश कुमार
संरक्षक इंद्रेश कुमार ने कहा कि हिंदू और हिंदुत्व पर प्रहार हिंदुस्तान पर प्रहार है। ऐसा करने वाले कांग्रेस के नेता देश की बहुसंख्यक जनता के अपराधी हैं इन्होंने विश्व की सबसे उदार व समावेशी संस्कृति की तुलना आतंकवादी संगठन से बोको हराम से तुलना कर घोर पाप किया है।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक और मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संरक्षक इंद्रेश कुमार ने कहा कि हिंदू और हिंदुत्व पर प्रहार हिंदुस्तान पर प्रहार है। ऐसा करने वाले कांग्रेस नेताओं को उन्होंने मानसिक रोगी, एंटी सेकुलर और देश व संविधान विरोधी करार दिया। कहा कि पी. चिदंबरम, सलमान खुर्शीद, राहुल गांधी व दिग्विजय सिंह देश की बहुसंख्यक जनता के अपराधी हैं, इन्होंने विश्व की सबसे उदार व समावेशी संस्कृति की तुलना आतंकवादी संगठन से बोको हराम से तुलना कर घोर पाप किया है। ये पापी हैं, इनकी सजा इन्हें देश की जनता लाेकतांत्रिक तरीके से देगी। संस्कृति संसद में शामिल होने बनारस आए इंद्रेश कुमार लक्सा स्थित ब्रह्म निवास में पत्रकारों से मुखातिब थे।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी, सलमान खुर्शीद, पी चिदंबरम और दिग्विजय सिंह का बयान महात्मा गांधी का भी अपमान है। पी चिदंबरम द्वारा अयोध्या मामले में न्यायालय के फैसले को गलत ठहराना पूरी तरह असंवैधानिक सोच है जो देश की न्याय व्यवस्था और संविधान को नहीं मानती। यह न्यायपालिका का भी अपमान है, जो घोर निंदनीय है। शाह बानो केस में भी कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट का फैसला बदलने का असंवैधानिक काम किया था। उसी बोझिल और गलत मानसिकता से कांग्रेस और कांग्रेस के नेता अब भी ग्रस्त हैं।
इंद्रेश कुमार ने कहा है कि कांग्रेस को देश की जनता ने पूरी तरह नकार दिया है। इसलिए कांग्रेस के नेताओं का आरएसएस और हिंदुत्व पर कीचड़ उछालना फैशन बन गया है। सलमान खुर्शीद ने अपनी किताब हिंदुत्व को आइएसआइएस और बोको हराम जैसा बताया है। किताब की टीआरपी बढ़ाने के लिए यह कृत्य करने वाले इस अज्ञानी को पता ही नहीं है कि हिंदुत्व क्या है। उन्होंने कहा कि ये अपने अज्ञान के चलते खुद को बुद्धिमान समझते हैं। पूरा विश्व जानता है कि हिंदुत्व एक ऐसी सनातन संस्कृति है जो सृष्टि के आरंभ से ‘वसुधैव कुटुंबकम’ और ‘सर्वे भवंतु सुखिन:...’ तथा प्राणियों में सद्भावना हो नित्य प्रति हजारों स्थानों पर उद्घोष करती है। यही ‘वसुधैव कुटुंबकम’ संसद की दीवार पर भी अंकित है, इसे गाली देकर सलमान खुर्शीद ने संसद का भी अपमान किया है।