मंत्री की बर्खास्तगी और उसके बेटे की गिरफ्तारी तक चलेगा कांग्रेस का आंदोलन : प्रियंका गांधी वाड्रा
किसानों के मुद्दे पर प्रदेश सरकार को घेरने में जुटी कांग्रेस महासचिव प्रियंका ने रविवार को बनारस पहुंचीं तो उनका तेवर और भी तल्ख था। किसान न्याय रैली में उन्होंने लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर सीधे पीएम-सीएम को निशाने पर लिया तो इससे जु़ड़े कई सवाल भी सामने रखे।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। किसानों के मुद्दे पर प्रदेश सरकार को घेरने में जुटी कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा रविवार को बनारस पहुंचीं तो उनका तेवर और भी तल्ख था। जगतपुर इंटर कालेज मैदान में आयोजित किसान न्याय रैली में उन्होंने लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर सीधे पीएम-सीएम को निशाने पर लिया तो इससे जु़ड़े कई सवाल भी सामने रखे। लखीमपुर खीरी की घटना को दर्दनाक करार देते हुए उन्होंने कहा कि देश ही नहीं दुनिया के इतिहास में ऐसा नहीं हुआ। अपराधी को गिरफ्तार करने के बजाए बुलावा भेजा जा रहा है। मंत्री के आरोपित बेटे को केंद्र और प्रदेश सरकार बचाने में लगी है। विपक्षी नेताओं को पुलिस-प्रशासन सख्ती से रोकने में लगा है। पीडि़त किसानों को मुआवजा व नौकरी नहीं चाहिए। उन्हें सिर्फ और सिर्फ न्याय चाहिए। इरादा स्पष्ट किया, कहा कि गृह राज्य मंत्री की बर्खास्तगी और उसके आरोपित बेटे की गिरफ्तारी तक कांग्रेस का आंदोलन जारी रहेगा।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी सवालों से घेरा। कहा कि आजादी का महोत्सव मनाने के लिए पीएम मोदी लखनऊ आते हैं। वहां से सिर्फ दो घंटे का रास्ता है लखीमपुर का, लेकिन वे नहीं जाते हैं। प्रतिज्ञा ली, कठोर शब्दों में कहा, रुकेंगे न थकेंगे, सत्ता परिवर्तन तक लडेंगे। उन्होंने जनता से अपने अंतर्मन में सवाल पूछने की गुजारिश की। कहा, मन में ही उत्तर तलाशें। पूछें कि इन सात साल में उनके जीवन में कितना विकास हुआ। यदि नहीं तो जो निडर हैं वे मेरे साथ आएं। कंधे से कंधा मिलाएं। सत्ता परिवर्तन का संकल्प लें। भरोसा दिया, मैं आपकी लड़ाई लडूंगी। जंग छिड़ी है जो सत्ता परिवर्तन तक चलेगी।
मंत्री व बेटे को बचा रहे सीएम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को घेरते हुए प्रियंका ने कहा कि यूपी के सीएम किसानों को उपद्रवी कहते हैं। पीएम मोदी किसानों को आंदोलनजीवी कहते हैं। वे विदेश में कोने-कोने तक जा सकते हैं लेकिन अपने घर से 10 किलोमीटर दूर दिल्ली बार्डर पर आंदोलनरत किसानों तक नहीं पहुंचते हैं। प्रदेश के हालात ऐसे हैं जहां किसानों को बिजली नहीं मिल रही लेकिन बिल जरूर मिलता है।
कानून को जानते हैं किसान, इसलिए आंदोलनरत
प्रियंका गांधी ने कृषि कानून को लेकर किसानों का पक्ष लिया। कहा कि किसान सब जानते हैं। इसलिए तीन सौ दिन से आंदोलन चल रहा है। अब तक छह सौ किसानों की जान जा चुकी है। किसान जान रहे हैं कि उनकी जमीन पूंजीपतियों के हाथ में जाने वाला है। जो हिमाचल का सेब पिछले वर्ष 80 रुपये प्रति किलो खरीदा गया तो इस वर्ष पूंजीपतियों ने 72 रुपये में खरीदा। वे अपने फायदे के अनुसार दाम निर्धारित कर रहे हैं। ऐसा ही हश्र किसानों के अन्य उत्पादों का होगा। पूंजीपति मूल्य निर्धारण करेंगे।
किसान के बेटों ने दी आजादी
प्रियंका ने आजादी के महोत्सव को लेकर कहा कि जिस आजादी के 75 साल पर महोत्सव मनाया जा रहा है वह आजादी किसान के बेटों ने दिलाई। महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरू, सरकार बल्लभ भाई पटेल आदि ने किसानों, गरीबों, महिलाओं, बच्चों को न्याय दिलाने के लिए आजादी की जंग लड़ी। देश का जो संविधान बना है वह भी न्याय की कसौटी पर कसा हुआ है।
सामने रखना चाहती हूं सचाई
मंच संभालते ही प्रिंयका ने नवरात्रि पर्व की जिक्र किया। कहा कि नवरात्रि चल रही। आज चौथा दिन है। मैं व्रत हूं और अपने दिल की बात आपसे कहना चाहती हूं। मैं यूपी की सचाई सामने लाना चाहती हूं। दो वर्ष पहले जब मैंने उप्र में पार्टी का काम शुरू किया तो सोनभद्र में एक दर्दनाक घटना हुई। 13 आदिवासी शहीद हो गए। पुलिस व स्थानीय जिला प्रशासन की मदद से भाजपा के पूर्व विधायक, ग्राम प्रधान के बेटे व एक भाजपा नेता उनकी जमीन पर कब्जा कर रहे थे। उन्होंने गोलियां चलाईं। आदिवासियों की मौत हुई। प्रियंका ने हाथरस की घटना का जिक्र किया। कहा, एक बेटी के साथ दरिंदगी हुई। हत्या भी कर दी गई। सरकार ने मामले को दबाने की कोशिश की। परिजनों की मर्जी के विरुद्ध बेटी की चिता भी जला दी गई।
रसोई गैस के दाम पर अटकी प्रियंका
जनसभा में प्रियंका महंगाई को लेकर बात कर रही थीं। इस दौरान रसोई गैस के दाम को लेकर अटक गईं। उन्होंने नौ सौ रुपये प्रति सिलेंडर गैस का दाम बताया तो जनता ने आवाज लगाई। दीदी..., नौ सौ नहीं एक हजार रुपये दाम हो गया है। उन्होंने भूल सुधार किया और एक हजार दाम बताते हुए कहा कि जनता महंगाई से परेशान है। डीजल 90, पेट्रोल 100, रसोई गैस 1000 में मिल रहा है।
सफाई कर्मियों का किया अपमान
झाड़ू लगाने पर आए सीएम योगी के बयान को प्रियंका ने कुछ इस तरह राजनीतिक मोड़ दी। उसे सफाई कर्मियों का अपमान बताया। कहा कि दो दिन पहले सीएम योगी ने एक बयान दिया जिसके बाद मैं लखनऊ के एक बस्ती में घर-घर गई। मुझे बीए, एमए, आइटीआई पास युवा बेरोजगार मिले। वहीं, पीएम के उद्योगपति मित्र रोज अरबों रुपये कमा रहे हैं जबकि कोरोना महामारी में लोगों के छोटे-छोटे धंधे बंद हो गए हैं।
16 हजार करोड़ में दो जहाज, 18 हजार करोड़ में पूरी एयरलाइंस
प्रियंका ने इंडियन ऐयरलाइंस की बिक्री पर भी तंज कसे। कहा कि पीएम मोदी के लिए दो हवाई जहाज खरीदे गए जिसकी कीमत 18 हजार करोड़ थी। वहीं, पूरी इंडियन एयरलाइंस को 18 हजार करोड़ में अरबपति मित्र को बचे दिया गया। रेलवे, हवाई जहाज समेत सरकार की संपत्तियों को एक-एक अपने उद्योगपति मित्रों को सरकार बेचने में लगी हैं।
कोरोना काल में असहाय थी सरकार
प्रियंका ने कोरोना संक्रमण काल का जिक्र करते हुए केंद्र व प्रदेश सरकार को घेरा। कहा कि जनता त्रस्त थी। दवाएं व आक्सीजन नहीं मिलने से लोग मर रहे थे। उम्मीद थी कि संकट की घड़ी में सरकार मदद के लिए आगे आएगी लेकिन वह असहाय बनी रही।
छत्तीसगढ़ से की यूपी की तुलना
मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ भूपेश बघेल ने उत्तर प्रदेश के किसानों को फसलों के समर्थन मूल्य को लेकर छत्तीसगढ़ की तुलना की। कहा कि किसानों से जो वादा किया गया था वह पूरा किया जबकि उप्र में अब तक किसानों की आय दो गुनी नहीं हुई। छत्तीसगढ़ में धान की फसल का समर्थन मूल्य प्रति किलो 25 रुपये दिया जा रहा। उनके हितों का पूरा ख्याल रखा जा रहा। उन्होंने कहा कि सीएम योगी डरते हैं, इसलिए लखनऊ पहुंचने पर उन्हें एयरपोर्ट परिसर से बाहर नहीं निकले दिया गया जबकि जब भी सीएम योगी छत्तीसगढ़ पहुंचे होंगे उन्हें कहीं नहीं रोका गया। पूर्व सांसद दीपेश हुड्डा ने कहा कि उप्र में अधिकारों का हनन किया जा रहा है। यह भाजपा सरकार को समझना होगा कि एक तरफ सत्ता है तो दूसरी ओर सत्य खड़ा है जो परेशान हो सकता है लेकिन पराजित नहीं।