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कॉमन सर्विस सेंटर भी अब आयुष्मान भारत के लाभार्थियों को दिखाएगी उचित राह

आयुष्मान भारत योजना के तहत वाराणसी जनपद में कॉमन सर्विस सेंटर की स्थापना जल्द ही होगी। इससे लाभार्थियों को बेहतर व पूरी जानकारी सभी जिम्‍मेदारों को हो सकेगी।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Wed, 26 Sep 2018 12:06 PM (IST)Updated: Wed, 26 Sep 2018 12:06 PM (IST)
कॉमन सर्विस सेंटर भी अब आयुष्मान भारत के लाभार्थियों को दिखाएगी उचित राह
कॉमन सर्विस सेंटर भी अब आयुष्मान भारत के लाभार्थियों को दिखाएगी उचित राह

वाराणसी [सौरभ चक्रवर्ती] : आयुष्मान भारत योजना के तहत जनपद में कॉमन सर्विस सेंटर की स्थापना जल्द ही होगी। इससे लाभार्थियों को बेहतर व पूरी जानकारी होगी। इस दिशा में स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रयास चल रहा है। शहरी क्षेत्र के 90 हजार व ग्रामीण क्षेत्र के एक लाख दस हजार लाभार्थियों की सूची पोर्टल में जारी की गई है। लाभर्थियों के लिए जल्द ही कॉमन सर्विस सेंटर की शुरूआत होने वाली है। इसके माध्यम से पूरी जानकारी मिल सकेगी। फिलहाल कबीर चौरा स्थित मंडलीय अस्पताल व पांडेयपुर स्थित जिला अस्पताल में क्यिॉक्स सेंटर बनाया गया है। यहां मरीजों का नाम सूची में है या नहीं इसकी जानकारी दी जा रही है। 

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जिले में ग्यारह अस्पतालों में आयुष्मान भारत के लाभार्थियों का इलाज होगा। इसमें मंडलीय अस्पताल, जिला अस्पताल, महिला जिला अस्पताल, मानसिक अस्पताल, बीएचयू ट्रामा सेंटर, सर सुंदर लाल चिकित्सालय, कैंसर अस्पताल, कैंट, हेरिटेज मेडिकल कालेज, लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल, रामनगर, आराजीलाइन व चोलापुर सीएचसी में सुविधा दी जा रही है। निजी अस्पतालों में सुविधा का इंतजाम आने वाले दिनों में मिलना शुरू होगा। अभी तक 83 ने आवेदन किया है जिसमें से 40 अस्पतालों की जांच हो गई। इसमें उपकरण, मानव संसाधन, विशेषज्ञ डाक्टरों की स्थिति और अन्य पक्षों को देखा जा रहा है। जांच रिपोर्ट स्टेट हेल्थ एजेंसी को भेजी जा रही है। 

चिह्नित किए गए सभी को माना गया पात्र

2011 के सामाजिक-आर्थिक और जाति जनगणना में गरीब के तौर पर चिह्नित किए गए सभी लोगों को पात्र माना गया है। मतलब अगर कोई शख्स 2011 के बाद गरीब हुआ है, तो वह कवर से वंचित हो जाएगा। जनपद में शहरी क्षेत्र के 90 हजार व ग्रामीण क्षेत्र के एक लाख दस हजार लाभार्थियों को शामिल किया गया है। बीमा कवर के लिए उम्र, परिवार के आकार को लेकर कोई बंदिश नहीं है। लाभार्थी सरकारी या निजी अस्पताल में हर साल 5 लाख रुपये तक का कैशलेस इलाज करा सकेंगे।

एंड्रॉयड मोबाइल एप व बुकलेट की तैयारी

राज्य सरकार इसके लिए एंड्रॉयड मोबाइल एप तैयार कर रही है और बुकलेट भी छपवा रही है। इसमें भी दो से तीन हफ्ते का समय लगेगा। तब तक अर्हता पता करने के लिए तीन प्लेटफार्म उपलब्ध कराये गए हैं। आयुष्मान योजना की वेबसाइट 'मेरा.पीएमजेएवाइ.जीओवी.आइएन' पर मोबाइल फोन नंबर के जरिये, जन सेवा केंद्र के जरिये या जिला अस्पताल से यह जानकारी हासिल की जा सकती है। योजना के तहत करीब 1350 तरह की बीमारियों के कैशलेस इलाज की व्यवस्था है।

बोले अधिकारी : कॉमन सर्विस सेंटर खोलने की तैयारी हो रही है। इसमें आयुष्मान मित्र लाभार्थियों की सहायता करेंगे। जिन लोगों का नाम होगा उनकों पूरी सहायता दी जाएगी। सरकारी अस्पतालों के साथ ही निजी क्षेत्र के अस्पतालों में भी सुविधा होगी। निजी क्षेत्र के 83 अस्पतालों ने आवेदन किया है जिसमें से 40 की व्यवस्थागत जांच पूरी हो गई है। - डा. संजय राय, नोडल अधिकारी, आयुष्मान भारत।


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