बनारस में एमपी से आए बादलों का डेरा, बारिश के बाद पूर्वी उत्तर प्रदेश में बदला मौसम का मिजाज
बारिश के बाद जनपद में मौसम का मिजाज काफी तेजी से बदला है। मध्य प्रदेश (एमपी) से आए बादल बनारस में ही नहीं पूर्वी उत्तर प्रदेश से लगायत बिहार तक छाए हुए हैं।
वाराणसी, जेएनएन। बारिश के बाद जनपद में मौसम का मिजाज काफी तेजी से बदला है। मध्य प्रदेश (एमपी) से आए बादल बनारस में ही नहीं पूर्वी उत्तर प्रदेश से लगायत बिहार तक छाए हुए हैं। इसके चलते रविवार को पूरे दिन भगवान भाष्कर का दर्शन नहीं हुआ। सुबह बादलों की सक्रियता के बीच रात में घने कोहरे की आमद हो गई। इस कारण अधिकतम व न्यूनतम पारे में कमी आने से गलन का स्तर और बढ़ गया है। अगले 24 घंटे तक इसी तरह धुंध रहने की संभावना है।
पूर्वांचल में बादलों ने डेरा कुछ कदर डाल रखा है मानो सर्दी का चरम मध्य दिसंबर में ही लाने को आतुर हों। बारिश, ओला, ठंड व कोहरे की मार से समूचा पूर्वांचल बेहाल है। मौसम विज्ञानी प्रो. एसएन पांडेय ने बताया कि जम्मू कश्मीर से आए पश्चिमी विक्षोप के चलते पिछले दिनों बारिश हुई थी। इसके चलते ठंड भी बढ़ गई। वहीं मध्य प्रदेश के बादल पूर्वी उत्तर प्रदेश व बिहार तक छा जाने से सूर्य की किरणें बेअसर हो गई है। बादल छंटते ही धूप होने की संभावना है। हालांकि ठंड से फिलहाल कोई राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। हवा चलने पर गलन और बढ़ सकता है। बहरहाल पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी का असर अब जनपद में दिखने लगा है।
शनिवार को ये था तापमान
22.0 डिग्री से. : अधिकतम तापमान
15.3 डिग्री से. : न्यूनतम तापमान
रविवार को तापमान की स्थिति
20.5 डिग्री से. : अधिकतम तापमान
14.8 डिग्री से. : न्यूनतम तापमान
सुबह नौ बजे से खुलेंगे विद्यालय
शीत लहर व ठंड को देखते हुए डीएम ने जनपद के इंटरमीडिएट स्तर से सभी विद्यालयों को सुबह नौ बजे से दोपहर तीन बजे तक संचालित करने का निर्देश दिया है। डीआइओएस डा. वीपी सिंह ने बताया कि डीएम का यह आदेश यूपी बोर्ड, संस्कृत बोर्ड, मदरसा, सीबीएसई, सीआइएससीई सहित सभी बोर्डों से संचालित विद्यालयों पर प्रभावी होगा। सभी विद्यालयों को निर्देश दिया गया है कि वह सुबह नौ बजे से पहले व दोपहर तीन बजे के बाद किसी भी दशा में दशा में कक्षाओं का संचालन न करें। अन्यथा उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।